कोरोना से भयभीत शिक्षकों ने परीक्षा से खड़े किए हाथ

बरेली, अमृत विचार। कोरोना संक्रमण के बीच स्नातक और परास्नातक अंतिम वर्ष की परीक्षा कराने के विरोध में खड़े शिक्षकों ने परीक्षा में सहयोग से किनारा कर लिया है। मंगलवार को एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय की परीक्षा का पहला पेपर है। इस बीच बरेली-मुरादाबाद मंडल के कई केंद्रों पर कक्ष निरीक्षकों का संकट बना है। शिक्षकों …
बरेली, अमृत विचार। कोरोना संक्रमण के बीच स्नातक और परास्नातक अंतिम वर्ष की परीक्षा कराने के विरोध में खड़े शिक्षकों ने परीक्षा में सहयोग से किनारा कर लिया है। मंगलवार को एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय की परीक्षा का पहला पेपर है। इस बीच बरेली-मुरादाबाद मंडल के कई केंद्रों पर कक्ष निरीक्षकों का संकट बना है।
शिक्षकों के असहयोग से बेचैन केंद्राध्यक्षों ने सोमवार को विवि प्रशासन को स्थितियों से अवगत कराया। देर शाम कुलसचिव डा. सुनीता पांडेय ने सभी 1 सितंबर से सभी संबद्ध महाविद्यालय खोलने का आदेश जारी किया। इस निर्देश के साथ कि सभी शिक्षक-कर्मचारी परीक्षा और प्रवेश कार्यों में सहयोग करेंगे।
बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, रामपुर, मुरादाबाद, बिजनौर, अमरोहा और संभल में विवि से संबद्ध 548 महाविद्यालय हैं। इनमें 318 कॉलेज परीक्षा केंद्र बने हैं। सोमवार को मुरादाबाद, बिजनौर, शाहजहांपुर समेत अन्य जिलों से कक्ष निरीक्षकों के संकट की सूचनाएं विश्वविद्यालय पहुंचती रहीं। चूंकि मंगलवार को पहले दिन सीमित छात्रों की परीक्षा हैं। अन्य दिनों में अगर शिक्षकों का सहयोग न मिला, तो केंद्रों को व्यवस्थाएं बनाने में चुनौती का सामना करना पड़ सकता है।
बंद चल रहे हैं संस्थान
कोरोना के कारण शैक्षिक संस्थान बंद चल रहे हैं। इस कारण भी शिक्षकों ने परीक्षा से दूरी बनाई। कुलसचिव की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि 1 सितंबर से मुख्य परीक्षाएं प्रारंभ हो रही हैं व ऑनलाइन प्रवेश प्रक्रिया शुरू होगी। कोविड-19 दिशा-निर्देशों के अंतर्गत कॉलेज खोले जाएं।
कॉलोनी वाले करेंगे परीक्षा का विरोध
शहर के एक कॉलेज के प्रतिनिधि सोमवार को विवि पहुंचे। परीक्षा नियंत्रक को बताया कि उनके यहां परीक्षार्थियों की संख्या अधिक है। छात्रों की इस भीड़ का कॉलोनी वाले विरोध करेंगे। लिहाजा, परीक्षार्थियों की संख्या कम कर दी जाए।