लखनऊ : दिसंबर तक पूरा हो जाएगा गोमती नगर टर्मिनल स्टेशन का विकास कार्य
अमृत विचार, लखनऊ । तीन दिवसीय दौरे पर अपने संसदीय क्षेत्र पहुंचे रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को रेलवे, एनएचआई समेत विभिन्न विभागों की परियोजनाओं की उच्च स्तरीय समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने गोमतीनगर टर्मिनल का चल रहे विकास कार्यो की जानकारी ली, जहां पूर्वोत्तर रेलवे के डीआरएम आदित्य कुमार ने बताया गया कि रेलवे प्लेटफार्म, स्टेशन बिल्डिंग और विभूतिखण्ड की ओर से प्रवेश का कार्य काफी पूरा हो चुका है।
वाशिंग लाइन और दो अतिरिक्त प्लेटफार्म का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। स्टेशन में प्रवेश के लिए बिल्डिंग का स्ट्रक्चर पूरा हो चुका है। अब एप्रोच फ्लाईओवर का निर्माण शुरु किया गया है। रेल यात्रियों की टिकट और आरक्षण सम्बन्धी जानकारियों के लिए अति आधुनिक प्रणाली लगाई जा रही है सभी दिशाओं को जाने वाली गाड़ियों का सवारियां लेने और उतारने की व्यवस्था इसी टर्मिनस से होगा । सभी कार्य दिसम्बर तक पूरा हो जायेगा।
वहीं उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के डीआरएम एस के सपरा ने उत्तर रेलवे में चल रहे विकास कार्यो की जानकारी देते हुये बताया कि लखनऊ में एक दर्जन रेलवे क्रॉसिंग पर सुरक्षा की दृष्टि से रेल ओवरब्रिज,अण्डरपास का निर्माण करा दिया गया है। खरगापुर, भरवारा और सदर कैंट में रेल ओवरब्रिज,अण्डरपास निर्माण के लिए परियोजना बनाई जा रही हैं। आलमनगर सेटेलाइट स्टेशन में स्टेशन बिल्डिंग और प्लेटफार्म बनकर तैयार हो गया है। लिफ्ट और एस्केलेटर का कार्य सितम्बर,अक्टूबर तक पूरा हो जायेगा। मुख्य ट्रेनों का यहां ठहराव होगा जहां रेल यात्रियों को चढ़ने और उतरने की सुविधा उपलब्ध हो जायेगी जिससे उन्हें चारबाग रेलवे स्टेशन नहीं आना पड़ेगा।
इसके अतिरिक्त अमृत भारत योजना के तहत उतरेठिया रेलवे स्टेशन को विकसित करके अधिक से अधिक ट्रेनों का ठहराव की सुविधा विकसित की जा रही । डीआरएम ने सुझाव दिया कि कृष्णानगर, सरोजनीनगर, बंथरा, बनी का विस्तृत क्षेत्र डिफेन्सर औद्योगिक इकाइयों के आने और आउटर रिंग रोड निकट भविष्य में पूर्ण हो जाने पर एक बड़ी आबादी के लिए यात्री रेल गाडियों के वहां ठहरने की व्यवस्था होगी तो बेहतर होगा जिस पर बताया गया कि चारबाग में लिफ्ट और एस्केलेटर और 'कॉनकोर्स' निर्मााण का कार्य पूरा हो गया है अन्य आधुनिक सुविधाओं के लिए कार्य प्रगति पर है।
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण एनएचएआई के परियोजना प्रबन्धक चौरसिया ने बताया गया कि आउटर रिंग रोड के सुल्तानपुर रोड से लेकर कानपुर रोड सेक्शन के बीच में केवल दो स्थानों पर रेल ओवरब्रिज का कार्य अभी बाकी है। उसके ऊपर से गुजरने वाली हाईटेंशन लाइन हटाई जा रही है जो जुलाई में पूरी जायेगी और अगस्त माह में ब्रिज का शेष कार्य पूरा करके सुल्तापुर रोड से कानपुर रोड 20 किमी का सेक्शन पूरी तरह तैयार हो जायेगा। आगरा एक्सप्रेस ये से हरदोई रोड होते हुए सीतापुर रोड तक ब्रिजों पर स्टील और कंक्रीट गर्डर चढ़ाये जा रहे है दिसम्बर माह तक इस सेक्शन का भी कार्य पूरा हो जायेगा।
भूतल परिवहन मंत्रालय की ओर से स्वीकृत 2 किमी लम्बे खुर्रमनगर फ्लाईओवर के निर्माण प्रगति का विवरण देते हुए मुख्य अभियन्ता लोनिवि नेशनल हाइवे डिवीजन ने बताया कि काफी हिस्से से निर्माण पूर्ण हो चुका है। सेक्टर 25 चौराहे पर स्टील के गर्डर तैयार हैं उन्हें शीघ्र ही बढ़ाकर स्लैब डालने का कार्य शुरु हो जायेगा रक्षामंत्री ने अपेक्षा की गयी कि 25 दिसम्बर तक इसे हरहाल में पूरा कर लिया जाए।
समीक्षा बैठक में पूर्वोत्तर रेलवे के डीआरएम,उत्तर रेलवे के डीआरएम, परियोजना प्रमुख रेल डेवलेपमेंट अथारिटी (आरएलडीए) राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के चीफ जनरल मैनेजर, मुख्य अभियन्ता लोनिवि नेशनल हाइवे,समन्वय कार्य देखने वाले जितेन्द्र सिंह, रक्षामंत्री के ओएसडी केपी सिंह, एमएलसी मुकेश शर्मा,भाजपा सांसद प्रतिनिधि दिवाकर त्रिपाठी मुख्य प्रभारी जनसम्पर्क राघवेन्द्र शुक्ल मौजूद थे।
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