Bareilly: नया नहीं रिश्वत का खेल, तीन साल पहले भी पकड़ा गया था एक बाबू
रुहेलखंड डिपो में तैनात बाबू को एसीबी ने पकड़ा था
बरेली, अमृत विचार। रोडवेज के क्षेत्रीय कार्यालय में तैनात बाबू को गुरुवार को एंटी करप्शन टीम द्वारा रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया था। आरोपी बाबू को शुक्रवार को जेल भेज दिया गया है। अधिकारियों का कहना है कि पूरे मामले में अब निलंबन की कार्रवाई की जाएगी और विभागीय जांच भी शुरू की जाएगी। हालांकि परिवहन निगम में भ्रष्टाचार का यह मामला नया नहीं है। चार साल पहले 2019 में रुहेलखंड डिपो में तैनात एक बाबू रंगे हाथ रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया था।
गुरुवार को शाहजहांपुर के ट्रांसपोर्टर शाहनवाज खान ने एंटी करप्शन से शिकायत की थी कि पुराना रोडवेज स्थित क्षेत्रीय कार्यालय के बाबू जगमोहन यादव उनसे रिश्वत की मांग कर रहे हैं। जिसके बाद जाल बिछाकर एसीबी ने 10 हजार की रिश्वत लेते घूसखोर बाबू को गिरफ्तार कर लिया। जगमोहन ने अनुबंधित बस का परमिट देने के एवज में रिश्वत मांगी थी।
सुभाषनगर पुलिस ने भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत रिपोर्ट दर्ज की है। शुक्रवार को आरोपी को जेल भेज दिया गया। ऐसा ही एक मामला चार साल पहले सामने आया था जब रुहेलखंड डिपो की एक बस में बिना बुकिंग के मामले में परिचालक पर रिपोर्ट दर्ज हुई थी, लेकिन विभागीय कार्रवाई नहीं की जा रही थी। जिसके बाद पूरे मामले में तब कार्यालय सहायक पर 15 हजार की रिश्वत मांगने का आरोप लगा था। परिचालक की शिकायत पर एंटी करप्शन की टीम ने आरोपी कार्यालय सहायक को रंगे हाथ रिश्वत लेते पकड़ा था।
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