बरेली: ऑनलाइन निरीक्षण से शिक्षकों की निजता से खिलवाड़- यूटा

बरेली: ऑनलाइन निरीक्षण से शिक्षकों की निजता से खिलवाड़- यूटा

बरेली, अमृत विचार। बेसिक स्कूलों में ऑनलाइन (वीडियो कॉल) के माध्यम से निरीक्षण किए जाने को लेकर शिक्षकों में आक्रोश है। शनिवार को रोटरी भवन में यूनाइटेड टीचर्स एसोसिएशन (यूटा) की हुई समीक्षा बैठक में पदाधिकारियों ने ऑनलाइन निरीक्षण के बहिष्कार की घोषणा कर कहा कि शिक्षक मर्यादित हैं, कमजोर नहीं। इस निरीक्षण को शिक्षकों की निजता से खिलवाड़ बताया।

दो दिवसीय प्रवास पर पहुंचे यूटा के प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र सिंह राठौर ने बैठक में जुलाई में होने वाले सड़क आंदोलन की रणनीति बनाई। बताया कि विभाग की ओर से गैर जिम्मेदाराना नीति तैयार की गई है, इससे शिक्षिकाओं की निजता का हनन होने का खतरा है। संगठन इसे किसी भी दशा में स्वीकार नहीं करेगा। कहा कि वीडियो कॉल के माध्यम से निरीक्षण की आड़ में अधिकारियों के अनुचित मंसूबे को किसी भी स्थिति में पूरा नहीं होने देगा।

प्रदेश संगठन मंत्री यादवेन्द्र शर्मा ने शिक्षकों से घर-घर जाकर परिवार सर्वेक्षण करवाने और ऑनलाइन फीडिंग के नाम पर किए जा रहे मानसिक शोषण पर नाराजगी जाहिर की। कहा कि शिक्षक वर्षभर कोई न कोई सर्वे करते रहते हैं, इस वजह से सरकारी स्कूलों की पढ़ाई प्रभावित होती है। अध्यक्षता करते हुए जिलाध्यक्ष भानुप्रताप सिंह ने बताया कि यूटा क्रांतिकारी संगठन है, जो हमेशा शिक्षक हित की बात निस्वार्थ भाव से करता है।

महामंत्री हरीश बाबू, कोषाध्यक्ष हेमंत कुमार, राज पल्याल, रवि कुमार, देवराज भारती, वीरेंद्र कुमार, रमेश मौर्या, अरविंद गुर्जर, रीटा बत्रा, पूनम तोमर, राखी गंगवार, शुमैला खान, सीरत खान, रेनू गौतम, प्राची सक्सेना मौजूद रहीं। संचालन उपाध्यक्ष सत्येंद्र पाल सिंह ने किया।

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