खतरा बढ़ा : प्रदेश में मुरादाबाद की हवा सबसे अधिक दूषित

आसमान में धुंध छाने से लोगों की दिनचर्या प्रभावित, आगरा और प्रयागराज शहर की हवा यहां से साफ

खतरा बढ़ा : प्रदेश में मुरादाबाद की हवा सबसे अधिक दूषित

मुरादाबाद, अमृत विचार। रेगिस्तानी हवाओं ने मुरादाबाद की सेहत खराब कर दी है। चिलचिलाती धूप के बीच बुधवार को आसमान में धुंध छाने से लोगों को परेशानी हुई। मरीज और अधिक उम्र के लोगों ने सांस लेने में दिक्कत का आभास किया। आंखों में जलन से लोग परेशान दिखे। सूरज की रोशनी के बदलते मानक से लोगों की दिनचर्या प्रभावित हुई।

सुबह ही महानगर में हवा की गुणवत्ता खराब स्थिति में चली गई। शाम तक यह क्रम जारी रहा। शहर की एक्यूआई येलो जोन में होने से मौसम विज्ञानी हैरान रहे। सच तो यह है कि मौसम का यह स्वरूप दो दिनों से बना हुआ है। चारों तरफ धुंध छा रही है। हवा में धूल के महीन कणों के मिले होने की वजह से कामगार और खेती किसानी से जुड़े लोग परेशानी में देखे गए। जबकि मौसम विज्ञान विभाग के हवा मापक यंत्र पर मुरादाबाद की हवा काफी खतरनाक स्थिति में पाई गई। बरेली, हापुड़ और आसपास के जिले मुरादाबाद से कम प्रदूषित हैं।

जानकार इसके पीछे औद्योगिक इकाइयों में मानकों की अनदेखी को भी जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। जबकि पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण विभाग के जिम्मेदार इस हाल के लिए वाहन जनित प्रदूषण को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। प्रदूषण नियंत्रण विभाग के क्षेत्रीय अधिकारी विकास मिश्र कहते हैं कि राजस्थान की ओर से आने वाली हवा की वजह से मौसम खराब हुआ है। यहां उद्योग जनित कोई बात नहीं है।

मौसम विभाग की भविष्यवाणी है कि गुरुवार को तेज हवा चलेगी। उत्तर से पश्चिम की ओर चलने वाली हवा से वातावरण में गर्मी रहेगी। 13 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से हवा चलेगी। अधिकतम तापमान 38 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 23 डिग्री रहेगा। धूप तेज रहेगी और मौसम की आर्द्रता 10 से 26 प्रतिशत रहेगी।

        शहर            एक्यूआई
  • मुरादाबाद      174
  • हापुड़            158
  • बरेली            142
  • कानपुर          121
  • गोरखपुर        115
  • फिरोजाबाद    099
  • वाराणसी        096
  • आगरा           083
  • प्रयागराज       080

रेगिस्तान की ओर से चलने वाली हवा की वजह से मौसम में धुंध छाई हुई है। यह स्थिति भौगोलिक बनावट, उद्योग और वाहन जनित धुआं की वजह से बनी हुई है। उत्तर भारत के हर क्षेत्र में धुंध की स्थिति बनी हुई है। हरियाणा, दिल्ली, यूपी से लेकर बंगाल तक मौसम एक जैसा ही है। रेगिस्तान की गर्मी की वजह से बवंडर बन रहे हैं। धुंध की वजह से सूरज की किरणें भी कमजोर सी दिख रही हैं। लोगों को सांस लेने में भी दिक्कत हो रही है। यह स्थिति अभी जारी रहेगी। जब तक मानसून नहीं आ जाता, तब तक आसमान में धुंध छाई रहेगी। मुरादाबाद औद्योगिक कारणों से भी प्रदूषण की चपेट में है। जब हवा की गुणवत्ता का मानक 40 से 45 एक्यूआई के भीतर रहेगा तो मानव जीवन को खतरा नहीं रहेगा। इससे अधिक दूषित हवा मानव जीवन के लिए समस्या है।-डा.श्याम सिंह, प्रवक्ता भूगोल विभाग (हिंदू कालेज)

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