प्रयागराज : शेर-ए-अतीक व गैंग 90 ग्रुप से जुड़ा था शूटर अरुण मौर्या, एसआईटी की पूछताछ में उगले कई राज
अमृत विचार, प्रयागराज । अतीक़ और अशरफ हत्याकांड के मामले में हर रोज नए खुलासे हो रहे हैं। गुरूवार को पूछताछ में शूटरों ने कई जानकारियां दी थी। वहीं शुक्रवार को एसआईटी की पूछताछ में शूटर कुछ नया खुलासा किये हैं। पुलिस तीनों शूटरों की निशानदेही पर जांच कर रही है। बता दें कि काल्विन अस्पताल में अतीक अहमद और अशरफ पर गोलियां बरसाने वाले शूटर लवलेश, शूटर सन्नी सिंह और शूटर अरुण मौर्य लगातार अपने बयान बदल रहे हैं। अब इस मामले में सुंदर भाटी गैंग और जितेंद्र गोगी गिरोह के बाद एक और गैंग का नाम सामने आया है। खबर है कि अतीक अहमद हत्याकांड का शूटर अरुण मौर्य गैंग-90 से जुड़ा था।
डॉन अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या मामले में एसआईटी जांच में जुटी है। इस डबल मर्डर गैंग-90 का नाम सामने आया है। अरुण मौर्य पहले अतीक के बेटे असद के 'शेर-ए-अतीक' ग्रुप से जुड़ा था। इसके बाद वो ये ग्रुप छोड़कर गैंग-90 से जुड़ गया। बताया जा रहा है कि इसी गैंग-90 के जरिए अरुण-लवलेश और सनी की आपस में जान-पहचान हुई। गैंग-90 का नाम बांदा के आरटीओ रजिस्ट्रेशन नंबर-90 के आधार पर पड़ा था। फिलहाल पुलिस और एसआईटी इसकी जांच कर रही हैं।
अतीक की हत्या के बाद एसआईटी तीनों हत्यारों से पुछताछ कर रही है। सूत्रों के मुताबिक शूटर्स ने पूछताछ में मास्टरमाइंड के सवाल पर चुप्पी साधी है। हत्या के लिए पिस्टल कहा से आई इस सवाल पर पहले गुडडू मुस्लिम का नाम लेकर कुछ बताना चाहा लेकिन बाद में गोलमोल जवाब दिया। तीनों हत्यारे पूछताछ में रटा-रटाया जवाब दे रहें। एसआईटी ने शूटर्स से दो राउंड की पूछताछ की है। शूटरों से पूछा गया कि तुम तीनों कब से साथ में हो। तो जवाब में कहा गया कि पहली बार मिले हैं। दूसरा सवाल तुम्हें प्रयागराज के किसी स्थानीय ने मदद की। इस सवाल पर अरुण ने चुप्पी साध ली।
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