Bareilly: ये दो हाईवे ऐसे...जरा सी चूक हुई तो दूसरी दुनियां में होगी एंट्री, चलें जरा संभलकर!
अनुपम सिंह, बरेली। दिल्ली और नैनीताल हाईवे पर जरा सी भी चूक किसी के भी लिए दूसरी दुनिया के रास्ते खोल सकती है। इंटिग्रेटेड रोड एक्सीडेंट डेटा बेस (आईराड) की रिपोर्ट यही चेतावनी दे रही है। रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2024 में सर्वाधिक सड़क हादसे नैनीताल हाईवे पर भोजीपुरा थाना क्षेत्र में हुए हैं और सबसे ज्यादा लोगों की मौत दिल्ली हाईवे पर फतेहगंज पश्चिमी थाना क्षेत्र में हुई है।
आईराड की रिपोर्ट यह भी बता रही है कि सड़क हादसों को रोकने के लिए जिले में चलाए जाने वाले तमाम जागरूकता अभियान और योजनाएं कागजी खानापूरी से कुछ ज्यादा साबित नहीं हुए। इस साल जनवरी से 20 दिसंबर तक जिले में 1127 सड़क हादसे हुए हैं जो पिछले साल की तुलना में ज्यादा है। इन हादसों में 507 लोगों की जान चली गईं। यह भी पिछले साल के मुकाबले ज्यादा है। कुल 782 लोग घायल हुए जिनमें 381 लोग गंभीर थे।
आईराड
सड़क हादसों को रोकने और उनकी वजह पता करने के लिए केंद्र सरकार ने 2021 में आईआईटी मद्रास का बनाया आईराड मोबाइल एप लांच किया था। इस एप को अब इडार (ई-डिटेल एक्सीडेंट रिपोर्ट) में बदलने की प्रक्रिया चल रही है। इस एप में 21 बिंदुओं पर सड़क दुर्घटनाओं से संबंधित सूचनाएं भरी जाती हैं। पुलिस को एप पर हादसे की वजह, मृतक और घायलों की उम्र, समय जैसी जानकारियां भरनी होती हैं। सूचनाओं के विश्लेषण और एप को अपडेट रखने की जिम्मेदारी एनआईसी में प्रोजेक्ट मैनेजर हिमांशु शर्मा संभाल रहे हैं।
दिल्ली हाईवे : बरेली से मीरगंज तक 153 हादसे और 82 लोगों की मौत
रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली हाईवे पर फतेहगंज पश्चिमी थाना क्षेत्र में हुए सड़क हादसों में सबसे ज्यादा जानें गई हैं। इस इलाके में हुए 57 सड़क हादसों में 47 लोगाें ने जान गवाईं। दिल्ली हाईवे पर ही किला थाना क्षेत्र में हुए 15 हादसों में तीन, सीबीगंज थाना क्षेत्र में हुए 40 हादसों में 16 और मीरगंज थाना क्षेत्र में हुए 41 सड़क हादसों में 16 लोगों की मौत हुई। इस तरह बरेली से मीरगंज के बीच जिले में दिल्ली हाईवे की सीमा खत्म होने तक इस साल 82 लोगों की मौत हुई है।
नैनीताल हाईवे : बरेली से बहेड़ी तक 135 लोगों ने गंवाई जान
नैनीताल हाईवे पर भोजीपुरा थाना क्षेत्र में हुए 86 सड़क हादसों में 38 लोगों की जान चली गई। इसी हाईवे पर इज्जतनगर थाना क्षेत्र में 64 हादसे हुए जिनमें 30 लोगों की मौत हुई। देवरनियां थाना क्षेत्र में 48 सड़क हादसे हुए जिनमें 29 लोगों ने जान गंवाई। बहेड़ी थाना क्षेत्र में हुए 67 सड़क हादसों में 38 की मौत हुई। इस तरह जिले में नैनीताल हाईवे पर 135 लोगों की जनवरी से अब तक सड़क हादसों में मौत हुई है।
लखनऊ हाईवे
लखनऊ हाईवे पर फरीदपुर थाना क्षेत्र में हुए सर्वाधिक 64 सड़क हादसों में 31 लोगों की मौत हुई। इसी हाईवे पर आंशिक क्षेत्र कैंट थाने का पड़ता है जिसमें 41 हादसों में 10 लोगों ने जान गंवाई। बिथरी थाने के आंशिक क्षेत्र में हुए 50 हादसों में 27 की मौत हुई। फतेहगंज पूर्वी थाना क्षेत्र में हुए 24 हादसों में 16 की मौत हुई। इस तरह इन थाना क्षेत्रों में हुए हादसों में 84 जानें गईं। ज्यादातर हादसे लखनऊ हाईवे पर हुए।
मथुरा हाईवे
मथुरा हाईवे पर सुभाषनगर थाना क्षेत्र में 26 हादसों में पांच लोगों की मौत हुई। भमोरा क्षेत्र में 60 हादसों में 26 लोगों की जानें गईं।
पीलीभीत रोड
पीलीभीत रोड पर बारादरी थाना क्षेत्र में 53 सड़क हादसे हुए जिनमें 10 लोगों की मौत हुई। हाफिजगंज थाना क्षेत्र में हुए 51 हादसों में 18 लोगों की मौत हुई। नवाबगंज थाना क्षेत्र में 53 हादसे हुए जिनमें 17 की जान गई। जिले की सीमा में पीलीभीत रोड पर इस तरह 45 लोगों की जान गई।
और कहां कितने हादसे, कितनी मौतें
अलीगंज थाना क्षेत्र में 15 सड़क हादसों में 10, आंवला में 49 हादसों में 23, कोतवाली क्षेत्र में 29 हादसों में दो, क्योलड़िया में 18 हादसों में नौ, शाही में 35 हादसों में 15, शीशगढ़ में 23 हादसों में 15, शेरगढ़ में 18 हादसों में 11, सिरौली में 23 हादसों में 14 और बिशारतगंज में 11 हादसों में सात लोगों की मौत हुई। भुता में 51 सड़क हादसों में 24 लोगों की जानें गईं।
प्रेमनगर सबसे सुरक्षित
रिपोर्ट के अनुसार बिशारतगंज क्षेत्र में सबसे कम 11 सड़क हादसे हुए। प्रेमनगर थाना क्षेत्र में 15 सड़क हादसे तो हुए लेकिन इनमें जान किसी की नहीं गई।
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