अयोध्या : शहर से होते हुए अब गांव-गली तक फैला सट्टेबाजी का कारोबार

अयोध्या : शहर से होते हुए अब गांव-गली तक फैला सट्टेबाजी का कारोबार

अमृत विचार, अयोध्या । दांव लगा मोटी कमाई के लालच में समाज का कोई भी तबका अछूता नहीं बचा है। कारोबारी-व्यापारी, नेता, कर्मचारी सब दांव लगा रहे हैं। दांव लगाने वाले रातों-रात भले ही मालमाल न हो पा रहे हों, लेकिन मोबाईल के प्रसार के चलते सट्टेबाजी का यह खेल शहर से होते हुए गांव-गलियों तक पहुंच गया है। हलांकि इसका संचालन शहरों से ही हो रहा है। समय-समय पर पुलिस की कार्रवाई में सट्टेबाजी के गोरखधंधों का खुलासा होता रहा है।

कभी कुछ चर्चित इलाके और चर्चित लोगों का नाम जुए की फड़ के संचालन में आता रहा है, लेकिन अब ताश के पत्तों पर दांव लगाने का खेल फैशन के दौर में नेपथ्य में जाता दिखता है। कभी-कभार मामले चर्चा में आते भी है तो छोटी प्रोफ़ाइल के। बरामदगी भी सैकड़ों में होती है, लेकिन सट्टेबाजी के खेल में हजारों और लाखों का दांव लगता है। इसी कारण बरामदगी भी हजारों और लाख में होती है। यह अलग बात कि कुछ दिन पूर्व तक दांव लगाने और लगवाने वाले लोग हाई प्रोफ़ाइल लोग हुआ करते थे लेकिन अब सट्टेबाजी के इस खेल में चर्चित और अच्छी प्रोफ़ाइल के लोगों की संलिप्तता सामने आने लगी है।

अभी हाल में सर्विलांस सेल और कैंट पुलिस की ओर से हुई कार्रवाई में भी अच्छी प्रोफ़ाइल के लोगों का जुड़ाव सामने आया है। प्रकरण में शहर के कारोबारी समेत छह को पुलिस ने गिरफ्तार किया है और इनसे पूछतांछ में पहचान और मोबाईल नंबर के आधार पर कुल 17 लोगों को नामजद किया है। नामजद किये गए लोगों में शहर के कारोबारी-व्यापारी और नेता व कर्मचारी भी हैं।

जानकार बताते हैं कि आरोपियों की सूची में ऐसे भी लोग शामिल हैं जो न तो सट्टा लगाते और न ही लगवाते है, इनकी भूमिका संबधित वेबसाइट और एप के संचालक के कार्यों को संचालित करने की है और वह मासिक आय के लिए बतौर कर्मचारी काम करते हैं। सीओ सिटी शैलेन्द्र सिंह का कहना है कि सर्विलांस और तहकीकात की मदद से चिह्नित लोगों और मोबाइल धारकों तक पुलिस पहुंचने के प्रयास में जुटी है। गोरखधंधे की काफी कुछ कड़िया सामने आई हैं, जिनको जोड़कर अंतिम निष्कर्ष तक पहुँचने की कोशिश की जा रही है। सभी के खिलाफ कठोर क़ानूनी कार्रवाई की जाएगी।

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