प्रयागराज: माफिया अतीक के खंडहर कार्यालय पर पुलिस ने की Raid, भारी मात्रा में असलहा और लाखों रुपए बरामद, 5 गिरफ्तार
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प्रयागराज, अमृत विचार। उमेश पाल हत्याकांड के मामले चल रही तफ्तीश के दौरान मंगलवार को प्रयागराज पुलिस के हाथ बड़ी सफलता लगी है। पुलिस ने माफिया अतीक अहमद के चकिया स्थित कार्यालय में दबिश देकर दो युवकों को गिरफ्तार किया है। कार्यालय से पुलिस ने। भारी मात्रा में हथियार और लाखों रुपए बरामद किए हैं। पुलिस ने दोनों युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।
बता दें कि 24 फरवरी को धूमनगंज इलाके में अधिवक्ता कृष्ण कुमार पाल उर्फ उमेश पाल को गोलियों से छलनी कर दिया गया था। जिसमें उमेश पाल सहित उनके दो गनर की मौत हो गई थी। घटना के बाद प्रयागराज पुलिस समेत अन्य जिलों की पुलिस शूटरों की तलाश कर रही थी। जिसमें शूटर अरबाज और विजय चौधरी उर्फ उस्मान जो एनकाउंटर में ढेर कर दिया गया था। वही अन्य शूटरों में गुलाम हसन,गुड्डु मुस्लिम, असद, साबिर व अन्य की तलाश की जा रही है।
मंगलवार को प्रयागराज कमिश्नर रमित शर्मा ने सूचना मिलने पर चकिया स्थित अतीक अहमद के खंडहर कार्यालय में भारी फोर्स के साथ दबिश दी। जहां दो युवकों को गिरफ्तार किया गया। उनकी निशानदेही पर कार्यालय में पड़े मलबे में खुदाई कराई गई। जहां से भारी मात्रा में हथियार बरामद किए गए और करोड़ रुपए भी मौके से मिले। उमेश पाल हत्याकांड में आज नियाज़ अहमद, राकेश कुमार, मोहम्मद अरशद खान समेत पांच लोगो को गिरफ्तार किया । साथ ही पुलिस ने 5 पिस्टल, 5 तमंचा, 1 मैगजीन, 6 मोबाइल ,112 कारतूस और 74 लाख 62 हजार रुपए भी अतीक के कार्यालय से बरामद किया है।
अतीक पर कार्रवाई को लेकर बोले CP रमित शर्मा
मंगलवार को चकिया स्थित माफिया अतीक के कार्यालय पर हुई रेड को लेकर प्रयागराज पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पुलिस की कार्रवाई में नियाज़ अहमद, मोहम्मद सजद, कैश अहमद, राकेश कुमार, मोहम्मद अरशद खान उर्फ अरशद कटरा को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि नियाज़ अहमद ने उमेश पाल हत्याकांड से पहले रेकी की थी, अतीक के बेटे असद ने सजद को आईफोन दिया था, सजद ने ही उमेश पाल की लोकेशन दी थी,अरशद खान उर्फ अरशद कटरा भी इस हत्याकांड की साजिश में शामिल था। कमिश्नर ने बताया कि कैश अहमद अतीक का ड्राइवर था, पिछले 16 सालों से यह अतीक के लिए कार्य करता था, कैश की निशानदेही पर ही नगदी और असलहों की बरामदगी की गई है। जबकि राकेश कुमार अतीक के घर का कार्य 19 सालों से कर रहा था, असलहों को छिपाने में उसकी अहम भूमिका थी।
3 दिन तक हुई थी घर-घर तलाशी
कार्रवाई के दौरान थाना प्रभारी धूमनगंज राजेश मौर्य मौके पर पुलिस बल के साथ पहुंचे। सूचना थी कि अंदर कोई व्यक्ति छिपा है। व्यक्ति की तलाश में पुलिस बल जुट गया। एसओजी प्रभारी विनोद यादव ने भी सर्च लाइट लेकर तलाशी ली। इसके पहले उमेश पाल हत्याकांड के बाद पुलिस और एसओजी ने 3 दिन तक अतीक अहमद के मोहल्ले चकिया के घर-घर में तलाशी ली थी।
शक के आधार पर की गई कार्यालय में छापेमारी
अतीक अहमद के चकिया स्थित खंडहर हो चुके कार्यालय पर पुलिस ने शक के आधार पर छापेमारी की। इस दौरान कई असलहे व लाखों रुपए बरामद हुए हैं। पुलिस को सूचना मिली थी कि अतीत गैंग के लोगों ने और उसके परिवार के सदस्यों ने अपने असलहे यही छिपा के रखे है। जिससे किसी को यहां पर शक ना हो।
ईट ऑन बिरयानी का बताया जा रहा है रुपया
अतीक के कार्यालय से बरामद हुए रुपयों के बारे में अभी बात सामने आई है कि इतना सारा रुपया ईट ऑन रेस्टोरेंट्स के मालिक नफीस का है। जिसके बारे में पूछताछ की जा रही है। हालांकि अभी या पूरी तरह खुलासा नहीं हो सका है। लेकिन कहीं ना कहीं पुलिस भी या मान रही है कि ईट ऑन के मालिक द्वारा पैसों से फाइनेंस किया जाता रहा है।
असद के करीबी राजदार को क्राइम ब्रांच ने उठाया
माफिया अतीक अहमद का बेटे असद अहमद के राजदार सोनू को क्राईम ब्रांच ने चकिया से उठा लिया। सोनू से टीम ने 9 एमएम की पिस्टल भी बरामद की है। पिस्टल के हत्याकांड में इस्तेमाल होने की भी आशंका जताई जा रही है।
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