बरेली: वेटलैंड पर दिख रहीं विदेशी मेहमानों की अठखेलियां

वन विभाग ने जारी कीं फरीदपुर के वेटलैंड पर पक्षियों की तस्वीरें, फरवरी के अंत तक अपने वतन को लौट जायेंगे प्रवासी पक्षी

बरेली: वेटलैंड पर दिख रहीं विदेशी मेहमानों की अठखेलियां

बरेली, अमृत विचार : जिले के वेटलैंड इन दिनों प्रवासी पक्षियों से पूरी तरह गुलजार हो चुके हैं। तालाब और पोखर पर इन विदेशी मेहमानों की अठखेलियां देखी जा सकती हैं। वन विभाग की तरफ से विदेशी मेहमानों की तस्वीरें जारी की गई हैं। जिनमें अलग-अलग प्रजातियों को पक्षी देखे जा सकते हैं।

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फिलहाल, इन पक्षियों के जाने का समय नजदीक आ गया है। फरवरी के अंत तक यह प्रवासी परवाज कर जायेंगे। इस साल बेहद कम समय के लिए इन प्रवासी पक्षियों का आना हुआ है। फरीदपुर के वेटलैंडों पर प्रवासी पक्षियों की भरमार है। रंग बिरंगे यह प्रवासी पक्षी वेटलैंड की खूबसूरती बढ़ा रहे हैं।

रुहेलखंड क्षेत्र में हिमालय, तिब्बत, श्रीनगर, यूरोप, एशिया, आस्ट्रेलिया, मलेशिया, साइबेरिया, चीन, लद्दाख, तिब्बत आदि जगह से खूबसूरत रंग- बिरंगे पक्षी आते हैं। इनमें 100 से अधिक प्रवासी पक्षियों की प्रजातियां शामिल हैं। जिनमें ब्लैक आइज, येलो लांग टेल, स्पाट विल्ड डक, ब्लैक डक, रेड क्रस्टेड पोचर्ड, ग्रे लेग गूस, ब्राउन काक, बार हेडेड गूस, टस्टेड डक, कामन टेल, पिन टेल, ब्राम्हमनी डक, कूट, पिकाक हेन, रेड लेग आदि प्रजातियां हैं।

मुख्य वन संरक्षक ललित कुमार वर्मा ने बताया कि फरीदपुर के वेटलैंड पर प्रवासी पक्षी भरपूर संख्या में आ चुके हैं। जल्द ही फरवरी के अंत तक यह विदेशी मेहमान वापसी करना शुरू करेंगे। प्रवासी पक्षियों की निगरानी को टीमें लगाई गई हैं।

आंवला में नहीं दिखे इस बार प्रवासी पक्षी: जिले में बड़ी संख्या में प्रवासी पक्षी आंवला में दिखते थे। लीलौर झील पर हर साल प्रवासी पक्षियों का जमावड़ा अक्टूबर व नवंबर से ही हो जाता था, मगर हैरानी की बात यह है कि इस साल आंवला में प्रवासी पक्षी देखने को नहीं मिले।

आंवला रेंजर शिशुपाल बिष्ट ने बताया कि उन्होंने कई बार लीलौर झील पर स्टाफ भेजा, लेकिन इस बार प्रवासी पक्षी नजर नहीं आए। जानकारों का मानना है कि वेटलैंड सूखने के कारण यह स्थिति पैदा हुई है। आसमान में उड़ते वक्त पक्षी पानी खोजते हैं। अगर उन्हें पानी नहीं दिखाई देता तो आगे परवाज कर जाते हैं।

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