लखनऊ : रहस्यमय जिन्दगी पर पड़ा पर्दा हटाता है 'सन 2025'

अमृत विचार, लखनऊ। मनोमय वेल्फेयर सोसाइटी ने गुरुवार शाम को संगीत नाटक अकादमी की वाल्मीकि रंगशाला में नाटक सन 2025 का मंचन किया। फ्रेडरिक ड्यूरेनमेट द्वारा लिखित इस नाटक का निर्देशन भूपेन्द्र प्रताप सिंह ने किया।
नाटक सन 2025 में मंच पर सिर्फ दो पात्र नजर आते हैं। एक गड़गड़ सूफी है जो जासूस है और दूसरा धीरज ब्रह्मात्मे है जो प्रसिद्ध लेखक है। इस नाटक में दर्शकों के सामने सच और झूठ का तिलस्म पेश किया जाता है।
इस तिलस्म में यथार्थ का क्रूरतम वीभत्स चेहरा दिखाई देता है। रहस्यमय जिन्दगी पर पड़ा पर्दा कैसे हटता है इस नाटक में नजर आता है। नाटक में रोहित सिंह और भूपेन्द्र प्रताप सिंह ने सराहनीय भूमिकाएं अदा कीं। नाटक में प्रकाश व्यवस्था मोहम्मद हफीज ने की थी। संगीत देवेंदु रंजन का था और वेशभूषा चयन निशु सिंह ने किया था।
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