काशीपुर: निजीकरण के विरोध में निगम कर्मियों ने खोला मोर्चा
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काशीपुर, अमृत विचार। उत्तरांचल परिवहन मजदूर संघ की शनिवार को बैठक हुई। इस दौरान रोडवेज कर्मियों ने परिवहन निगम के निजीकरण रोकने की मांग की। ऐसा नहीं करने पर प्रदेशभर में आंदोलन की चेतावनी दी।
डिपो परिसर में संघ के आह्वान पर कर्मियों ने परिवहन मंत्री व प्रबंध निदेशक को संबोधित ज्ञापन सहायक महाप्रबंधक विजय तिवारी को सौंपा। जिसमें वर्ष 2001 में गठित लाम्बा कमेटी की रिपोर्ट सार्वजनिक कर कमेटी द्वारा सुझाव को लागू करने, कई वर्षों से संविदा, वाह्य श्रोत चालक-परिचालकों एवं तकनीकी कार्मिकों को नियमित करने, मृतक आश्रितों की नियमित पदों पर नियुक्ति पर लगी रोक हटाने, परिवहन निगम का बस बेड़ा पूर्व में किए गए समझौतों के अनुसार 1200 बसों का करने एवं अनुबंधित बसों का अनुबंध नियमानुसार निगम की कुल बसों का 20 प्रतिशत रखने, अवैध बस संचालन व डग्गामारी बंद कराने, कर्मचारी हित में कार्यालय सहायकों के पदनाम एवं ग्रेड वेतन संशोधन की स्वीकृति प्रदान करने, निगम की संपत्ति को खुर्द बुर्द न करके निगम कार्य में ही किए जाने, राज्य कर्मचारियों की भांति निगम कर्मचारियों को भी सातवें वेतनमान के अनुसार मकान किराया भत्ता एवं अन्य भत्ते स्वीकृत किए जाने और महंगाई भत्ते का 4 प्रतिशत स्वीकृत किये जाने आदि की मांग की।
इससे पूर्व बैठक कर कर्मचारियों ने मांगे पूरी नहीं होने पर आंदोलन की रणनीति को लेकर भी चर्चा की। वहां पर संयोजक अशोक राय, तारा जोशी, ललित चंद्र पांडे, अवतार सिंह, महेश राणा, रूप सिंह, पूरन जोशी, गिरीश, महेश, जयपाल, ललित मोहन पांडे, ओंकार सागर, संजय शर्मा, सुखविंदर सिंह आदि मौजूद रहे।