उद्यम ऐसा हो जो देश का विकास करे, IIT Kanpur में तीन दिवसीय E-Summit शुरू
कानपुर आईआईटी में तीन दिवसीय ई समिट शुरू हुआ।
कानपुर आईआईटी में तीन दिवसीय ई-समिट शुरू हुआ। इसमें साइएंट के संस्थापक ने स्टार्टअप के मंत्र दिए।
कानपुर, अमृत विचार। उद्यमिता के क्षेत्र में काफी बदलाव आया है। अब इनोवेशन करना 20 साल पहले के मुकाबले काफी आसान हो गया है। जब स्टार्टअप की शुरुआत हुई थी उस समय काफी मुश्किल का सामना करना पड़ा था। इन्वेस्टर नहीं मिलते थे ब्याज दर भी काफी अधिक थी। युवा उद्यमी ऐसा उद्यम तय करें जो देश का विकास कर सके। यह बात साइएंट के संस्थापक और चेयरमैन पद्मश्री बीवीआर मोहन रेड्डी ने कही।
वह शुक्रवार को IIT में शुरू हुए तीन दिवसीय E-Summit में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहें थे। उन्होंने कहा कि इनोवेशन करने में सरकार की कोई पाबंदी नहीं है। अब काफी इन्वेस्टर्स युवाओं के आइडिया पर इन्वेस्ट करने के लिए तैयार हैं। जॉब करने वाले नहीं जॉब देने वाले बने यह कथन भी अब काफी पुराना हो गया है।
अब इसे समय के साथ बदलने की जरूरत है। आइडिया ऐसा हो जो अधिक से अधिक लोगों को समाहित कर सके। फेल होने से कभी ना डरे। क्या आप को मजबूत करेंगे और एक दिन निश्चित ही आप सफलता की ऊंचाइयों पर बैठेंगे।
निदेशक प्रो. अभय करंदीकर ने संस्थान के प्रोजेक्ट और कई स्टार्टअप की जानकारी दी। ई-समिट में युवा एंटरप्रेन्योर के अनुभवों को सुनने के अलावा टॉक शो, स्टार्टअप एक्सपो जैसे कार्यक्रमों को भी शामिल किया जाएगा। कार्यक्रम के अंतिम दिन अशनीर ग्रोवर छात्रों के सामने होंगे।
मुख्य एंटरप्रेन्योर हुए शामिल
सौरभ चंद्र पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के सचिव के पद से सेवानिवृत्त हुए। इससे पहले, वह औद्योगिक नीति और संवर्धन विभाग, उद्योग मंत्रालय के सचिव थे। उन्होंने आईआईटी कानपुर से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में स्नातक किया है। संजीव रंगरस यह एक सक्रिय निवेशक, संरक्षक हैं। इन्होंने बिजनेस लीडर्स की एक पीढ़ी तैयार की है। सुदीप चौधरी सुदीप नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एनपीसीआई) के ब्लॉकचेन के हेड हैं। वेद मणि तिवारी राष्ट्रीय कौशल विकास निगम में सीईओ और प्रबंध निदेशक के रूप में कार्य करते हैं। उन्होंने भारत सरकार और निजी क्षेत्र में कई वरिष्ठ पदों पर कार्य किया है।