ज्यादा चाय की चुस्कियों से खोखली हो रहीं हड्डियां, ये बरतें सावधानियां

सावधान : रोजाना खाली पेट चाय के सेवन से करें परहेज, बेड टी हो रही नुकसानदायक 

ज्यादा चाय की चुस्कियों से खोखली हो रहीं हड्डियां, ये बरतें सावधानियां

मुरादाबाद,अमृत विचार। चाय के शौकीन सावधान हो जाएं। मीठी कड़क चाय का घूंट से बीमार हो सकते हैं। चाय की रोजाना चुस्की जीवन पर भारी पड़ सकती है। खासकर ऐसे लोग मीठी मौत की आगोश में पहले समा सकते हैं, जो बेड टी अथवा खाली पेट चाय पीने के आदती हैं। ये आदत स्केलेटल फ्लोरोसिस जैसी बीमारी की वजह ही बन रही है। ये बीमारी आपकी हड्डियों को अंदर ही अंदर खोखला बना रही है। बड़ी संख्या में ऐसे मरीजों के पहुंचने से चिकित्सक भी हैरान हैं। 

सोमवार को जिला अस्पताल में सुबह से ही मरीजों की भीड़ जुटना शुरू हो गई। 1200 ने ओपीडी में दिखाया। मेडिसिन में सर्वाधिक 250 मरीजों ने परामर्श प्राप्त किया। खांसी, जुकाम व बुखार के साथ सांस रोगी अधिक रहे। बीपी और शुगर के 150 मरीजों ने जांच कराई। त्वचा से संबंधित बीमारी में 100 मरीजों ने दिखाया, तो हड्डियों में दर्द की समस्या को लेकर 150 से ज्यादा मरीज पहुंचे। इसके अलावा नेत्र, फिजियोथेरेथी, 12 मरीज गठिया के पहुंचे। 

जिला अस्पताल के हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. एसएस कक्कड़ के मुताबित दूध और चीनी से बनी चाय का लगातार पीते रहना सही नहीं है। खासकर तब जब आप इसे भूख मिटाने के लिए, खाली पेट या खाने के तुरंत बाद पी रहे हों। इसके परिणाम शरीर में लंबे समय बाद दिखाई पड़ते हैं। स्केलेटल फ्लोरोसिस में शरीर में आर्थराइटिस जैसा दर्द होने लगता है। ये बीमारी खासकर हड्डियों में दर्द पैदा करती है। इसके अलावा कमर, हाथ-पैरों के अलाव जोड़ों में दर्द की शिकायत होती है। चाय में मौजूद फ्लोराइड मिनरल हड्डियों के लिए बड़ा खतरा होता है। फ्लोराइड की बहुत ज्यादा मात्रा हड्डियों में स्केलेटल फ्लोरोसिस होने की आशंका बढ़ा सकती है। चाय कैल्शियम के सोखने को शरीर में रोकता है। 

ठंड से बढ़ी आंखों में संक्रमण की समस्या
मुरादाबाद। ठंड का प्रकोप जारी है। ऐसे में लोग मौसमी बीमारियों की मार झेल रहे है। जिला अस्पताल के नेत्र चिकित्सक डॉ.एक्यू अंसारी ने बताया कि ओपीडी में रोजाना 50 से अधिक जांचें हो रही है। इसमें 10 मामले आंखों में सूजन व इंफेक्शन,आंखों में खुजली आदि के है। जिसकी वजह से आंखें लाल हो जाती है। इसमें महिलाएं और युवा अधिक है। उन्होंने कहा कि नेत्रों की समस्या को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।

यह बरतें सावधानियां 

  • दिन में तीन कप से ज्यादा चाय न पिएं।
  • खाली पेट चाय के सेवन से करें परहेज। 
  • ग्रीन टी, हर्बल टी आदि का उपयोग करें। 
  • चाय पीने के करीब आधे घंटे बाद ढेर सारा पानी भी पिएं। 
  • चाय की जगह तलब लगने पर छाछ, नारियल पानी जैसी ड्रिंक पीने की आदत डालें।

ये भी पढ़ें :  मुरादाबाद : कार्ड बनाने और इलाज में जनपद अमरोहा मंडल में सबसे आगे, संभल फिसड्डी 

                                                                                                                                   -जूही दास