36 साल में ही जर्जर हुआ कपूर कंपनी का पुल बंद, तीन लाख की आबादी परेशान...रेलवे प्रशासन बेपरवाह
मुरादाबाद। रेलवे के कारनामे भी अजब-गजब है। 100 साल की मियाद के पुल को जर्जर बता दिया और पुल बनाने वाले ठेकेदार और संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कोई जांच भी नहीं हो रही। रेल लाइनों के पार रहने वाली करीब तीन लाख की आबादी को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि बेखबर रेलवे ने पुल पर आवागमन बंद कर दिया। हालांकि अभी तक पुल की मरम्मत और धन के लिए कोई प्रस्ताव स्वीकृत नहीं हुआ है। अब इसकाखमियाजा लाइन पार रहने वाली लाखों की आबादी को भुगतना होगा।
रेलवे ने शुक्रवार को कपूर कंपनी को आवागमन के लिए बंद कर दिया गया है। रेलवे टीम ने पुल से पैदल राहगीरों का रास्ता बंद करने के लिए शुक्रवार को पुल के दोनों तरफ लोहे के गेट लगा दिए हैं। याद रहे कि बीते दिन वरिष्ठ मण्डल वाणिज्य प्रबंधक सुधीर सिंह ने प्रेस को बयान जारी करके सर्व सम्बंधित को सूचित किया था कि कपूर कम्पनी स्थित रेलवे पुल को छह जनवरी की सुबह दस बजे से अग्रिम आदेश तक पूर्ण रूप से सभी प्रकार के यातायात के लिए बंद कर दिया जाएगा। इसके पीछे तर्क दिया गया है कि दो गार्डर जर्जर होने से पुल आवागमन के लायक नहीं बचा है।
गौरतलब है कि लाइनपार क्षेत्र में बड़ी आबादी रहती है जिन्हें पुराने शहर से जोड़ने का यह पुल सशक्त माध्यम है। इस पुल को लाइनपार की लाइफलाइन भी कहा जता रहा है। स्कूली बच्चों और महिलाओं के सामने पुल बंद होने से संकट गया गया है। अब लोगों को लोकोशेड पुल से होकर आना होगा। लाइनपार के लोगों ने जल्द से जल्द पुल की मरम्मत करके पुल पर आवागमन शुरू करने की मांग की है। याद रहे कि पिछले दिनों रेलवे ने पुल की मरम्मत के बाद दो पहिया वाहनों का संचालन बंद कर दिया था।
ये भी पढ़ें : मुरादाबाद : अधिकारों की अंधेरगर्दी....संकरी गलियों में बसे संस्थानों को बांटा अनापत्ति प्रमाणपत्र