लखनऊ : चार दिनों से बाघ किशन ने नहीं खाया खाना

अमृत विचार, लखनऊ। नवाब वाजिद अली शाह प्राणी उद्यान लखनऊ में कई जानवर बीमार चल रहे हैं। जिनकी चिकित्सा प्राणी उद्यान के वन्य जीव चिकित्सकों के अलांवा आचार्य नरेंद्र देव कृषि विश्व विद्यालय कुमारगंज के चिकित्सकों की टीम कर रही है।
प्राणी उद्यान के निदेशक वीके मिश्र ने बताया कि साल 2009 में किशनपुर कापटांडा से रेस्क्यू कर लाया गया बाघ किशन रक्त वाहनियों के कैंसर से पीड़ित है। पिछले 13 वर्षों से किशन की चिकित्सा लगातार चल रही है किंतु उम्र अधिक हाने के कारण वह लगातार क्षीण होता जा रहा है। किशन ने पिछले चार दिन से भोजन ग्रहण नहीं किया है। वहीं साल 2019 में पीलीभीत टाईगर रिजर्व से रेस्क्यू कर लाई कई बाघिन कजरी भी वद्धावस्था के कारण अस्वस्थ्य है।
कजरी देखने-सूनने और चलने फिरने में भी अस्वस्थ है। यह भी अपने जीवन के अंतिम पड़ाव पर है। इसे प्राणी उद्यान के वन्य जीव चिकित्सालय रखा गया है। ठंडा से बचाव के लिए हीटर लगए गए हैं। वहीं बैठने के लिए नीचे दफती भी बिछाई गई है। बीते सोमवार को मादा तेंदुआ सोनाली की मौत हो गई थी। इसकी उम्र करीब 16 साल थी।
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