शाहजहांपुर: किसान ने किया कमाल, शुरू की औषधीय गुण से युक्त ड्रैगन फ्रूट की खेती

शाहजहांपुर: किसान ने किया कमाल, शुरू की औषधीय गुण से युक्त ड्रैगन फ्रूट की खेती

कुमार सौरभ, शाहजहांपुर। ड्रैगन फ्रूट की खेती अब जिले में भी शुरूआत हो गई है। किसान ने ड्रैगन फ्रूट उगाकर प्रदेश में अत्मनिर्भर भारत की एक नई कहानी लिखी है। थाईलैंड, इजरायल, वियतनाम, मलेशिया और श्रीलंका जैसे देशों में पैदा होने फ्रूट अब जिले में उगाया जा रहा है। औषधीय गुणों से युक्त ड्रैगन फ्रूट …

कुमार सौरभ, शाहजहांपुर। ड्रैगन फ्रूट की खेती अब जिले में भी शुरूआत हो गई है। किसान ने ड्रैगन फ्रूट उगाकर प्रदेश में अत्मनिर्भर भारत की एक नई कहानी लिखी है। थाईलैंड, इजरायल, वियतनाम, मलेशिया और श्रीलंका जैसे देशों में पैदा होने फ्रूट अब जिले में उगाया जा रहा है। औषधीय गुणों से युक्त ड्रैगन फ्रूट में एंटी ऑक्सीडेंट की मात्रा सबसे ज्यादा होती है। जिससे कई रोगों में यह लाभदायक होता है। किसानों को बाजार में इसका भाव भी अच्छा मिलता है। जिससे किसानों के लिए यह खेती काफी लाभदायक साबित हो सकती है।

जलालाबाद तहसील के चिलौआ निवासी अदित्य मिश्रा ने छह बीघा खेत में ड्रैगन फ्रूट खेती की शुरुआत की थी। अदित्य ने बताया कि उन्होंने यू टयूब पर ड्रैगन फ्रूट खेती देखी उसके बाद इस फ्रूट की खेती करने का ख्याल आया। महाराष्ट के सोलापुर से पौध मंगााए। श्रीलंका, थाईलैंड, वियतनाम, इजराइल आदि देशों में काफी बड़ी संख्या में खेती होती है।

अपने देश में महाराष्ट्र और कोलकाता के आसपास किसान इसकी खेती करते हैं। कम वर्षा वाले क्षेत्र इसके लिए इसकी खेती उपयुक्त हैं। ड्रैगन फ्रूट में औषधीय गुण काफी मात्रा में होते हैं। इसके फल में एंटीऑक्सीडेंट प्रचुर मात्रा में होता है। जो कई रोगों से लड़ने में सहायता करता है। इसके सेवन से मधुमेह भी नियंत्रित होता है। शरीर में बढ़े हुए कोलस्ट्रोल को कम करता है। खाने में यह काफी मुलायम होता है। ड्रैगन फ्रूट को ताजे फल के रूप में भी खा सकते हैं।

छह बीघे में लगाए हैं 1600 पौधे
किसान अदित्य मिश्रा ने बताया कि ने महाराष्टा के सौलापुर से लाकर छह बीघे खेत में 1600 पौधे लगाए। उसके बाद उन्होंने 30 बीघा खेत में 10 हजार पौध ड्रैगन फ्रूट की उनके खेतों में लगी है। ड्रैगन फ्ररूट में इस समय फल आना भी शुरू हो गया है। बताया कि यहां के ग्रामीण क्षेत्रों में पैदा होने वाले कांटेदार पौधे नागफनी से मिलता जुलता यह पौधा काफी लंबा होता है। इस पौधे को लगाने के लिए पत्थर के पिलर लगाकर उन पर गोल चक्के बांधे गए हैं। यह पौधे कम पानी में भी तैयार हो जाते हैं जिनमें गोबर व केचुएं वाली खाद डाली जाती है। अदित्य के अनुसार, खेती अधिक महंगी नहीं है लेकिन खंभे गाड़ने और ट्रांसपोर्टिंग का खर्च काफी महंगा है।

ड्रैगन फ्ररूट में है औषधीय गुण
ड्रैगन फ्रूट में विटामिन ए, बी, आयरन, कैल्शियम व फास्फोरस आदि तत्व पाए जाते हैं जिसके कारण इसका सेवन कैंसर, हृदय रोग, पाचन तंत्र व शुगर आदि में काफी लाभदायक है। यह फल खाने में स्वादिष्ट तो नहीं है लेकिन औषधीय गुण होने के कारण काफी महंगा बिकता है।

मई से शुरू होता है सीज
ड्रैगन फ्रूट की खेती मई से सीजन शुरु हो जाती है, इसमें नबंवर तक फल आते हैं। एक फल का वजन लगभग 600 से 800 ग्राम होता है। एक पोल पर चार पौधे लगाए जाते हैं जिमें 40 किग्रा. तक फल निकलते हैं। प्रति एकड़ 6000 किग्रा फल प्राप्त होता है। बाजार में 100 से 150 रुपए प्रति पीस में बिक जाता है। किसान को अच्छा लाभ प्राप्त हो सकता है।

नर्सरी की है तैयार
आदित्य ने बताया कि उन्होंने दस हाजर पौध की नर्सरी तैयार की है। यूपी से लेकर कई अन्य प्रदेशों के किसान ड्रैगन फ्रूट के पौधा की डिमांड कर रहे हैं। हरियाणा, मध्यप्रदेश और राजस्थान के किसानों के आर्डर मिल चुके हैं। इन किसानों को जल्द ही पौध भेजी जा रही है।