बुलंदशहर: बाल रोग विशेषज्ञ न होने से लगानी पड़ती है लंबी दौड़, सीएचसी पर नहीं मिलता है इलाज  

बुलंदशहर: बाल रोग विशेषज्ञ न होने से लगानी पड़ती है लंबी दौड़, सीएचसी पर नहीं मिलता है इलाज  

बुलंदशहर, अमृत विचार। जिले के13 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर बाल रोग विशेषज्ञ नहीं हैं। जिसके चलते बीमार बच्चों के परिजन इलाज के लिए लंबी दौड़ लगाने को मजबूर हैं। इस समय मौसम में आए बदलाव से बच्चे संक्रामक रोगों की चपेट में आ रहे हैं। बच्चों को निमोनिया से लेकर अन्य बीमारियां हो रही हैं। ऐसे में इन्हें सीएचसी पर उपचार नहीं मिल पा रहा है।

जनपद में जिला अस्पताल, जिला महिला अस्पताल, जटिया चिकित्सालय, संयुक्त चिकित्सालय और 100 बेड राजकीय चिकित्सालय समेत 13 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, पांच अर्बन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व 58 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र संचालित हो रहे हैं। स्वास्थ्य अफसरों की मानें तो जिले में करीब 20 बाल रोग विशेषज्ञ होने चाहिए। फिलहाल जनपद में मात्र चार बाल रोग विशेषज्ञ तैनात हैं। जो नाकाफी साबित हो रहे हैं। इस समय बच्चों को निमोनिया से लेकर अन्य बीमारियां बढ़ रही हैं। जिसे दिखाने के लिए परिजन सरकारी चिकित्सालय पहुंच रहे हैं तो बच्चे का प्राथमिक इलाज कर उसे रेफर कर दिया जा रहा है। ऐसे में परिजन बच्चे को लेकर जिला अस्पताल की ओर दौड़ पड़ते हैं।


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