बरेली: रुहेलखंड विवि में बनाया जाए ‘हैपीनेस सेंटर’-आनंदीबेन पटेल
बरेली, अमृत विचार। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने सोमवार को राजभवन के प्रज्ञाकक्ष में महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय के नैक ग्रेडिंग (राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद) के लिए तैयार प्रस्तुतिकरण के तीसरे चरण की समीक्षा की। राज्यपाल ने कहा कि विश्वविद्यालय में ‘हैपीनेस सेंटर’ बनाया जाय, जिसमें जाकर छात्र-छात्राएं प्रसन्न हो सकें।
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उन्होंने नैक मूल्यांकन की तैयारियों के लिए गठित समिति के समन्वयकों से सभी सातों मापदंड पर बिंदुवार जानकारी ली। उन्होंने प्रस्तुतीकरण को और बेहतर बनाए जाने की आवश्यकता पर बल दिया। राज्यपाल ने विश्वविद्यालय के वित्त नियंत्रक को बैंक खातों को कम करने के स्पष्ट निर्देश दिए। इसके साथ ही मापदंड संख्या 6 व 7 को सुधार कर एसएसआर रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा।
राज्यपाल ने कहा कि जी-20 में अलग-अलग देशों के प्रतिनिधि आएंगे, जिनसे वार्ता के लिए विभिन्न महत्वपूर्ण विदेशी भाषाओं का ज्ञान रखने वाले छात्रों को तैयार करें ताकि वे देश-प्रदेश के महत्वपूर्ण पहलुओं के संबंध में प्रतिनिधियों को समुचित जानकारी दे सकें। राज्यपाल ने कहा कि रिपोर्ट में प्रत्येक विश्वविद्यालय द्वारा राजभवन को आपूर्ति की गई पुस्तकों के बाद राजकीय विद्यालयों को लाइब्रेरी बनाने के उद्देश्य से भेंट किए जाने का विवरण रिपोर्ट में अवश्य होने चाहिए।
उन्होंने कहा कि हैपीनेस सेंटरों में कोई न कोई अध्यापक छात्र-छात्राओं की व्यक्तिगत समस्याओं को सुनने के लिए उपस्थित रहे और उनकी समस्याओं को गंभीरता से सुनकर उसका हल भी ढूंढे, ताकि हमारे छात्र-छात्राएं तनावग्रस्त होकर कोई गलत कदम न उठा सकें। विश्वविद्यालय में छात्रा क्लब भी अवश्य बनायें। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रमों में जीवन के तरीकों का भी उल्लेख होना चाहिए। आंगनवाड़ी केंद्रों के बच्चों को दिये गये लाभ, गोद लिए गये टीबी मरीजों की संख्या आदि का उल्लेख अवश्य होना चाहिए। उन्होंने कुलपति प्रो. केपी सिंह को सभी कमियों को अविलंब दूर करने के निर्देश दिए।
सभी विश्वविद्यालय हर साल बदलें उत्तर पुस्तिका का रंग
राज्यपाल ने सभी विश्वविद्यालयों से उत्तर पुस्तिका तैयार कर राजभवन को परीक्षण के लिए भेजे जाने के निर्देश देते हुए कहा कि प्रत्येक वर्ष उत्तर पुस्तिका का रंग भी परिवर्तित कर दिया जाय ताकि किसी भी प्रकार की गड़बड़ी होने की संभावना न रहे। उन्होंने कहा कि जी-20 की प्रस्तावित बैठक में पर्यावरण संबंधी जानकारी के लिए रुहेलखंड विश्वविद्यालय के छात्रों को तैयार करें। इसके साथ ही पुस्तकालय के समय को 6 बजे से बढ़ाकर 10 बजे तक किया जाय।
इन क्राइटेरिया में सुधार के निर्देश
विश्वविद्यालय में दिसंबर अंत या जनवरी में नैक मूल्यांकन के लिए टीम आ सकती है। इसके लिए ही लगातार तैयारी की जा रही हैं। राज्यपाल दो बार पूर्व में भी लखनऊ में समीक्षा कर चुकी हैं। इसके अलावा राजभवन से दो बार टीम भी विश्वविद्यालय में आकर भ्रमण कर चुकी है। क्राइटेरिया नंबर 6 में गवर्नेंस, लीडरशिप और मैनेजमेंट शामिल है। इसके अलावा क्राइटेरिया नंबर 7 में बेस्ट प्रैक्टिस व इंस्टीट्यूट की वैल्यू है।
विश्वविद्यालय ने बेस्ट प्रैक्टिस में परिसर के पांचाल संग्रहालय व सुरेश शर्मा नगर में गोद लेकर संचालित किए जा रहे विद्यालय का जिक्र किया है। अब इन दोनों में विश्वविद्यालय को सुधार करना होगा। इस अवसर पर प्रमुख सचिव राज्यपाल कल्पना अवस्थी, विशेष कार्याधिकारी शिक्षा पंकज जॉनी, रुविवि के प्रो. संजय मिश्रा, प्रो. सुधीर कुमार, प्रो. पीबी सिंह व अन्य मौजूद रहे।
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