लखनऊ : पुलिस चौकियों और डायल 112 को रैनबसेरों से किए जाएगा लिंक

अमृत विचार, लखनऊ। शीत ऋतु के मद्देनजर डीएम सूर्य पाल गंगवार के द्वारा कलेक्ट्रेट सभागार रैनबसेरों व अलाव के सम्बंध ने एक महत्वपूर्ण बैठक आहूत की गई। बैठक में जिलाधिकारी द्वारा निमन्वत दिशा निर्देश दिए है। डीएम ने बताया कि शीत ऋतु दृष्टिगत अस्थाई रूप से लोगो के रहने की व्यवस्था तथा अलाव जलाने के लिए लकड़ी की व्यवस्था को अभी से सुनिश्चित कराया जाए।
उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में तहसीलवार और नगरीय क्षेत्रों में जोनवार अलाव जलाने वाली लकड़ी का पर्याप्त स्टॉक सुनिश्चित किया जाए। साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में जरूरतमंद लोगों के लिए गोबर के उपलों की भी व्यवस्था को सुनिश्चित किया जाए। जिसके लिए गौ आश्रय केंद्रों से समन्वय करते हुए ज़रूरतमन्द लोगो को जलाने के लिए उपले भी उपलब्ध कराए जाए।
उन्होंने उप ज़िलाधिकारियों को तहसील क्षेत्र में स्थाई व अस्थाई रैनबसेरों का निरीक्षण करने के निर्देश दिए गए। कहा कि रैनबसेरों के लिए नये भवनों को चिन्हित किया जाए। पुराने सरकारी भवनों में भी रैनबसेरों की व्यवस्था को सुनिश्चित किया जाए। इसके अलावा भवन का चिन्हाकन करते समय भवन की अवस्था भवन जर्जर तो नही है एवं खान पान, पानी व शौचालय आदि की व्यवस्था को विशेष रूप से सुनिश्चित किया जाए।
शीत ऋतु के मद्देनजर जिलाधिकारी द्वारा कड़े निर्देश दिए गए कि निराश्रित लोगो को किसी भी दशा में सड़क पर या खुले में नही सोने दिया जाए। उन्होंने निर्देश दिया कि हर चौकी और डायल 112 को स्थाई एवं अस्थाई रैनबसेरों से लिंक किया जाए ताकि कोई अगर खुले में सोता मिले तो उसको तत्काल रैनबसेरे में पहुँचाया जा सके। डीएम ने कहा कि बहुत सारे लोग रैन बसेरों की जानकारी के अभाव मे भी मजबूरी में सड़कों पर सोते है। जिसके लिए उन्होंने सभी प्रशासनिक अधिकारियो समेत नगर निगम के अफसरों को रैन बसेरों की सूची क्षेत्र की दुकानों, होटलों और थानों पर चस्पा कराने के कड़े निर्देश हैं।
डीएम ने रैनबसेरों में कम्युनिटी किचन व अक्षय पात्र के माध्यम से भोजन उपलब्ध करने के साथ ही शाम 6 बजे से सुबह 8 बजे तक कंट्रोल रूम की स्थापना कराने को कहा है। ताकि आमजनमानस द्वारा निराश्रित लोगो को रैनबसेरों में पहुचाया जा सके। ज़रूरतमन्दों को शीत लहर से बचाने के लिए डीएम की ओर से एक नई मुहीम शुरू की गई।
उन्होंने बताया कि समस्त सरकारी अधिकारी एवं कर्मचारी 10-10 पुराने कपड़ों को कपड़ा बैंको में दान करेगे। इसकी शुरुआत शासकीय अधिकारियों व कर्मचारियों के द्वारा की जाएगी। कहा कि,निराश्रित लोगो को किसी भी दशा में सड़क पर या खुले में नही सोने दिया जाए। उन्होंने निर्देश दिया कि हर चौकी और डायल 112 को स्थाई एवं अस्थाई रैनबसेरों से लिंक किया जाए ताकि कोई अगर खुले में सोता मिले तो उसको तत्काल रैनबसेरे में पहुँचाया जा सके।
हर तहसील व हर ब्लाक पर 1-1 कपड़ा बैंक बनाने के निर्देश दिए गए। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में कोटेदारो के द्वारा भी दान में लोगो से कपड़े जमा कराने के निर्देश दिए गए। बैठक में अपर नगर आयुक्त, समस्त उप जिलाधिकारी, समस्त अपर नगर मजिस्ट्रेट, डूडा व अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।