शाहजहांपुर: 11 साल बाद भी ओवरहेड टैंक से नसीब नहीं हुआ एक बूंद पानी

शाहजहांपुर,अमृत विचार। एक दशक बीत गया हरदोई रोड स्थित ग्राम पंचायत चौड़ेरा में ओवरहेड टैंक को बने लगभग 11 वर्ष हो गए हैं लेकिन आज तक गांव में पानी टंकी से एक बूंद भी नहीं निकली है। लगभग 32 हजार की आबादी वाले चौड़ेरा गांव में ओवरहेड टैंक के निर्माण में 68 लाख 78 हजार …
शाहजहांपुर,अमृत विचार। एक दशक बीत गया हरदोई रोड स्थित ग्राम पंचायत चौड़ेरा में ओवरहेड टैंक को बने लगभग 11 वर्ष हो गए हैं लेकिन आज तक गांव में पानी टंकी से एक बूंद भी नहीं निकली है। लगभग 32 हजार की आबादी वाले चौड़ेरा गांव में ओवरहेड टैंक के निर्माण में 68 लाख 78 हजार रुपए की लागत आई थी। ग्राम पंचायत स्तर से से भी कई कार्यकालों में पैसा निकाला गया। लेकिन पानी की टंकी सफेद हाथी की तरह वैसे ही खड़ी रही।
तत्कालीन जिला अधिकारी विजय किरण आनंद के पारदर्शी कार्यशैली को देखते हुए निर्वाचित क्षेत्र पंचायत सदस्य मीनू सिंह ने इस मुद्दे को चौड़ेरा में हुई जिलाधिकारी की चौपाल में उठाया था। लेकिन उसी दौरान विजय किरण आनंद के जाने के बाद उनके आदेश की धज्जियां विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों ने उड़ा दीं। लेकिन पानी टंकी नहीं चालू हो पायी।
जल निगम द्वारा टंकी को पूर्ण रूप से चला कर 6 मई 2010 को ग्राम पंचायत को हस्तांतरित किया गया था। इसलिए टंकी के रखरखाव और उसके संचालन की पूर्ण जिम्मेदारी ग्राम पंचायत की है। निर्माण कार्य योजना का नाम मैसर्स एचआर मलिक जनपद इटावा द्वारा कराया गया था।
अहम बात बात यह है कि टंकी को चालू कराने में योजना के पुनः संचालन हेतु 18 लाख 91 हजार का प्रस्ताव चार अक्टूबर 2018 के आधार पर जिला पंचायत राज अधिकारी को जल निगम द्वारा भेजा जा चुका है। लेकिन लगभग दो वर्ष का समय व्यतीत हो चुका है। लेकिन अभी तक टंकी को दोबारा चालू करने की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई है।
“सरकारी धन का दुरुपयोग किया गया है। अगर इतना पैसा किसी अन्य योजना में लगाते तो जनता का कल्याण होता। लेकिन टंकी निर्माण में सरकार पैसे का बंदरबांट कर लिया गया। वर्षों बीत गए टंकी से पानी की बूंद नही निकली है।” -हिमांशु वर्मा स्थानीय निवासी
“गांव में लोगों को साफ पानी मिले इस लिए सरकार ने गांव में ओवरहेड टैंक बनवया था। 11 साल हो गए पर गांव वालों को टंकी से एक बूंद पानी नहीं मिला है। सरकारी धन का बटवारा कर लिया गया है। टैंक गांव में सफेद हाथी वन गया।” -शैलेंद्र वर्मा, स्थानीय निवासी
“टंकी को चालू कराने के लिए कई बार अधिकारियों व जन प्रतिनिधियों को पत्राचार के माध्यम से अवगत कराया गया लेकिन कोई कार्रवाई नही हुई है।” -मीनू सिंह, क्षेत्र पंचायत सदस्य, चौड़ेरा