भाषा और क्षेत्र अलग, मगर भारत माता एक...हर हाल में करेंगे रक्षा: मोहन भागवत

मूड़ा सवारान, अमृत विचार। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सर संघ चालक डॉ. मोहन भागवत ने कहा है कि हर प्रांत, जनपद में भाषा और क्षेत्र अलग हो सकते हैं, लेकिन भारत माता एक ही है। हमें हर हाल में अपने राष्ट्र की रक्षा करनी है।
अलीगंज क्षेत्र में मुस्तफाबाद स्थित कबीर धाम आश्रम पर असंग शक्ति भवन का शिलांन्यास कर संघ प्रमुख डॉ. मोहन भागवत ने कहा कि आज तमाम ताकतें देश को खोखला करने का प्रयास कर रही हैं, ऐसी ताकतों को कुचल कर देश की एकता और अखंडता बनाए रखने, हिंदुत्व को बढ़ावा देने और कुचक्र रचने वाली ताकतों से सजग रहने की जरूरत है। उन्होंने युवाओं का आह्वान करते हुए कहा कि युवा शक्ति क्षणिक मात्र प्रलोभन में भटक जाती है, जिसे सही दिशा दिखाना भी हमारा कर्तव्य है, जो ताकतें देश को विघटन के रास्ते पर ले जाने का प्रयास कर रही हैं, उन्हें मुंहतोड़ जबाब देने की भी जरूरत है। उन्होंने कहा कि यहां के संत असंग साहेब जी महाराज देश और विदेश में सत्संग कर रहे हैं।
यहां की जनता को उनके सत्संग से सीख लेनी चाहिए। उन्हें खुशी है कि क्षेत्र तो क्या जनपद में कभी सांप्रदायिक वातावरण बिगड़ने का प्रयास नहीं हुआ। देशभक्त हो या देव भक्ति हम देखते हैं कि व्यक्ति केवल अपने बाहर के जीवन में ही अटक जाता है। हमारा जीवन ऐसा है जिसमें कई बातें ध्यान रखना आवश्यक है। मैं और मेरा से निकलकर हमें और भी कुछ करने की आवश्यकता है। बाहर की दुनिया और अंदर की दुनिया में बहुत फर्क होता है।