चित्रकूट: खाद ने मिलने से बेकाबू हुए अन्नदाता, पुलिस ने कराया शांत

चित्रकूट। शासन-प्रशासन चाहे जितने दावे करे पर खाद किसानों को नहीं मिल पा रही, यह हकीकत है। सोमवार को पहाड़ी उत्तरी में खाद के लिए मारामारी का आलम यह था कि सैकड़ों किसान वहां इसके लिए खड़े थे। भीड़ इतनी बेकाबू और आक्रोशित हो गई कि पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ गया। जिले में खाद …
चित्रकूट। शासन-प्रशासन चाहे जितने दावे करे पर खाद किसानों को नहीं मिल पा रही, यह हकीकत है। सोमवार को पहाड़ी उत्तरी में खाद के लिए मारामारी का आलम यह था कि सैकड़ों किसान वहां इसके लिए खड़े थे। भीड़ इतनी बेकाबू और आक्रोशित हो गई कि पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ गया। जिले में खाद के लिए किसान बहुत ज्यादा परेशान है। जिलाधिकारी अभिषेक आनंद लगातार किसानों को आश्वासन दे रहे हैं कि खाद की कमी पड़ने नहीं दी जाएगी पर ऐसा धरातल में नजर आ नहीं रहा।
जानकारी के अनुसार, बीते दिन ही खाद की एक रैक और आई तो जिला कृषि अधिकारी आरपी शुक्ल ने बीती पांच नवंबर को डीएपी खाद की एक और रैक आने की बात कही थी। उन्होने बताया था कि जिले को 26720 बोरी फास्फेटिक खाद मिलेगी। दावा किया था कि किसी को दिक्कत नहीं होने दी जाएगी पर इसका असर नजर नहीं आ रहा। सोमवार को उत्तरी सोसाइटी पहाड़ी बुजुर्ग में किसानों की भीड़ और उनकी हताशा देखकर ऐसा लग नहीं रहा था कि सभी को खाद मिलने की उम्मीद है। यहां किसानों की आपाधापी इतनी ज्यादा बढ़ गई कि किसान लाइन तोड़कर खाद के लिए बेहाल हो गए।
ऐसे में थानाध्यक्ष गुलाब त्रिपाठी को फोर्स के साथ मौके पर पहुंचकर नियंत्रण करना पड़ा पर किसानों को समझाना बहुत मुश्किल रहा। किसानों का आरोप था कि यहां लगभग पांच सौ बोरी खाद आई है और सिर्फ 250 लोगों को टोकन दिया गया। टोकन न मिलने पर किसानों ने बवाल काटा। इनका आरोप था कि अपने चहेतों को टोकन देने की कोशिश की जा रही है। ऐसे में उन्हीं किसानों को खाद मिलेगी, जिनको सोसाइटी वाले चाहते हैं। थानाध्यक्ष ने वितरण केंद्र के अंदर जाकर कर्मचारियों को आगाह किया कि नियम से खाद वितरण किया जाए और लाइन में लगे किसानों को दी जाए।
चुनाव के मद्देनजर किया जा रहा पक्षपात
किसानों ने आरोप लगाया कि सोसाइटी का चुनाव करीब है। ऐसे में सोसाइटी पर किसी भी पद पर फिलहाल बैठा व्यक्ति अपने चहेतों को ही टोकर दे रहा है। लाइन में लगे किसान मायूस वापस जाने को विवश हैं।
एक-एक बोरी के लिए है मारामारी
बताया तो यहां तक जाता है कि सोसाइटी से जुड़े कुछ लोग अपने चहेतों को घरबैठे टोकन उपलब्ध करा रहे हैं। ऐसे में गांव-मजरों के किसान एक-एक बोरी के लिए परेशान हैं। ये सुबह से शाम तक यहां लाइन में लगते हैं और फिर भी खाद नहीं मिलती।
शिकायती नंबरों का कोई मतलब नहीं
जिला कृषि अधिकारी ने बाकायदा विज्ञप्ति जारी कर इस बात की जानकारी दी है कि किसी को खाद संबंधी कोई समस्या हो तो वह कंट्रोल रूम नंबर 8423128862 या 7839882701 पर बताकर समाधान करा सकता है। किसानों का आरोप है कि इसमें फोन करने पर पहले तो फोन उठता नहीं और उठता भी है तो टालमटोल जवाब दिया जाता है। पहाड़ी में सोमवार को हुई अफतराफरी के संबंध में जब पूछा गया तो फोन किसी क्लर्क ने उठाया और बताया कि उत्तरी सोसाइटी पर पांच सौ बोरी की रैक और दक्षिणी सोसाइटी पर भी इतनी ही बोरियां भेजी गई हैं। साढ़े बारह बजे उत्तरी सोसाइटी पर एक और रैक भेजी गई है।
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