अयोध्या : आखिर कहां चली गई जनकपुर वाली बस.?
अमृत विचार, अयोध्या। तीर्थयात्रियों के लिए अयोध्या से जनकपुर (नेपाल) के लिए शुरू की गई बस की कोई खोज-खबर नहीं है। चार वर्ष पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस बस सेवा को अयोध्या से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था, लेकिन यह सेवा तीर्थयात्रियों के छल साबित हुई। एक बार गई तो फिर यह बस …
अमृत विचार, अयोध्या। तीर्थयात्रियों के लिए अयोध्या से जनकपुर (नेपाल) के लिए शुरू की गई बस की कोई खोज-खबर नहीं है। चार वर्ष पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस बस सेवा को अयोध्या से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था, लेकिन यह सेवा तीर्थयात्रियों के छल साबित हुई। एक बार गई तो फिर यह बस कभी अयोध्या नहीं लौटी।
भाजपा सरकार सभी तीर्थस्थलों को सड़क, हवाई व जलीय मार्ग से जोड़ने की कवायद में जुटी हुई है। इसी को लेकर 11 मई 2018 को सीएम योगी आदित्यनाथ ने तीर्थयात्रियों को सौगात देते हुए अयोध्या से जनकपुर के लिए बस सेवा को हरी झंडी दिखाई थी। इस दौरान बस से कुछ यात्री गए थे, लेकिन यह बस कभी दोबारा लौटकर अयोध्या नहीं आई।
इस मामले में जिले का कोई भी भाजपा पदाधिकारी बोलने को तैयार नहीं है, लेकिन विपक्ष आगबबूला हो गया है। सपा नेता व पूर्व मंत्री तेज नारायण पांडेय ने कहा कि भाजपा सिर्फ धर्म के नाम पर छल कर रही है। गुजरात हादसे को लेकर सभी नेता चुप्पी साधे हुए हैं। अगर यह हादसा किसी भाजपा गैर शासित राज्य में हुआ होता अब तक पार्टी के नेता बवंडर मचा दिए होते।
मोदी वाली बस भी दे गई धोखा
11 मई 2018 को ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी जनकपुर से अयोध्या के लिए बस को हरी झंडी दिखाई थी। इस मौके के साक्षी नेपाल के प्रधानमंत्री केपी ओली भी थे। यह बस अयोध्या तो पहुंची, लेकिन कभी लौटकर जनकपुर नहीं पहुंची। उस दौरान वहां पर बस को हरी झंडी दिखाते समय यात्रा करने वाला कोई नहीं था तो अपने जानकारों को सैर कराने का लॉलीपॉप देते हुए अयोध्या भेजा गया था।
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