पंजाब के पूर्व मंत्री सुंदर शाम अरोड़ा तीन दिन की पुलिस रिमांड पर , विजिलेंस के अफसर को 50 लाख रुपए रिश्वत देने का आरोप
चंडीगढ़। विजिलेंस ब्यूरो ने पंजाब के पूर्व मंत्री सुंदर शाम अरोड़ा को उनके खिलाफ सतर्कता जांच के सिलसिले में AIG मनमोहन कुमार को 50 लाख रुपए की रिश्वत देने के आरोप में गिरफ्तार किया है। भ्रष्टाचार निवारण एक्ट के तहत FIR दर्ज की गई और आरोपी से 50 लाख रुपए बरामद किए गए। यह जानकारी …
चंडीगढ़। विजिलेंस ब्यूरो ने पंजाब के पूर्व मंत्री सुंदर शाम अरोड़ा को उनके खिलाफ सतर्कता जांच के सिलसिले में AIG मनमोहन कुमार को 50 लाख रुपए की रिश्वत देने के आरोप में गिरफ्तार किया है। भ्रष्टाचार निवारण एक्ट के तहत FIR दर्ज की गई और आरोपी से 50 लाख रुपए बरामद किए गए। यह जानकारी विजिलेंस ब्यूरो पंजाब ने दी।
रिश्वत मामले में पूर्व मंत्री भेजे गये तीन दिन के पुलिस रिमांड पर
पंजाब विजिलेंस ने रविवार को गिरफ्तार किए गए पूर्व उद्योग मंत्री सुंदर शाम अरोड़ा को मोहाली कोर्ट ने तीन दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने पूर्व मंत्री को एक मामले को प्रभावित करने के लिए ब्यूरो के एक सहायक महानिरीक्षक (एआईजी) को कथित तौर पर 50 लाख रुपये की रिश्वत देने के आरोप में गिरफ्तार किया है। अरोड़ा को शनिवार रात मोहाली के जीरकपुर में उस समय गिरफ्तार किया गया जब उन्होंने कथित तौर पर सतर्कता ब्यूरो के सहायक महानिरीक्षक को नकदी सौंपने की कोशिश की। वह पिछली कांग्रेस सरकार के तीसरे पूर्व मंत्री हैं जिन्हें इस साल मार्च में बनी आम आदमी पार्टी (आप) सरकार के सत्ता में आने के बाद गिरफ्तार किया गया था। पंजाब में आप की सरकार बनने के तुरंत बाद, पूर्व मंत्री धर्मसोत, जो अमरिंदर सिंह के नेतृत्व वाली सरकार में वन मंत्री थे, को भ्रष्टाचार के एक मामले में जून में गिरफ्तार किया गया था।
पूर्व मंत्री संगत सिंह गिलजियान, जो चरणजीत सिंह चन्नी के नेतृत्व वाली सरकार में वन मंत्री थे, पर भ्रष्टाचार का एक मामला दर्ज किया गया था। पूर्व खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री भारत भूषण आशु को अगस्त में एक कथित खाद्यान्न परिवहन घोटाले में गिरफ्तार किया गया था। आप के सत्ता में आने के बाद कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने वाले अरोड़ा की भूमिका की जांच पंजाब स्मॉल इंडस्ट्रीज एंड एक्सपोर्ट कॉरपोरेशन के औद्योगिक भूखंडों के आवंटन में अनियमितताओं में उनकी कथित भूमिका, औद्योगिक भूमि की नीलामी, जिसे पहले जेसीटी को आवंटित किया गया था, के लिए की जा रही है।
विजिलेंस ब्यूरो के मुख्य निदेशक वरिंदर कुमार, पंजाब ने रविवार को कहा कि मनमोहन कुमार, एआईजी, विजिलेंस ब्यूरो, फ्लाइंग स्क्वायड के बयान पर पूर्व मंत्री के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 8 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। श्री कुमार ने कहा कि अपनी शिकायत में एआईजी कुमार ने कहा कि अरोड़ा ने पिछले शुक्रवार को उनसे मुलाकात की और उनके खिलाफ दर्ज एक सतर्कता मामले में पक्ष लेने के लिए उन्हें एक करोड़ रुपये की रिश्वत की पेशकश की। वीबी प्रमुख ने कहा कि पूर्व मंत्री ने अगले दिन (15 अक्टूबर) को 50 लाख रुपये और शेष राशि बाद में देने की पेशकश की थी। मोहाली कोर्ट के बाहर सुंदर शाम अरोड़ा ने कहा कि उन्हे न्यायालय पर पूरा भरोसा है। इससे ज्यादा वह कुछ नहीं कहेंगे।
विजिलेंस ब्यूरो ने पंजाब के पूर्व मंत्री सुंदर शाम अरोड़ा को उनके खिलाफ सतर्कता जांच के सिलसिले में AIG मनमोहन कुमार को 50 लाख रु. की रिश्वत देने के आरोप में गिरफ्तार किया है। भ्रष्टाचार निवारण एक्ट के तहत FIR दर्ज़ की गई और आरोपी से 50 लाख रु. बरामद किए गए: विजिलेंस ब्यूरो पंजाब pic.twitter.com/EV3RYflyu5
— Amrit Vichar (@AmritVichar) October 16, 2022
पता चला है कि रिश्वत देते समय उनके साथ मौजूद उनके पीए मनी को भी गिरफ्तार किया गया है। जिस एआइजी ने सुंंदर शाम अरोड़ा को गिरफ्तार करवाया उनका नाम मनमोहन कुमार बताया जा रहा है। अरोड़ा को विजिलेंस के डीएसपी अजय कपिला ने ट्रैप लगाकर गिरफ्तार किया। बताया जाता कि अरोड़ा ने अपने खिलाफ आय से अधिक मामले का केस खत्म कराने के लिए एक करोड़ रुपये में सौदा तय किया था और पहली किस्त के रूप में 50 लाख रुपये देने पहुंचे थे। अरोड़ा को जीरकपुर के कास्मो माल से गिरफ्तार किया गया है। उनके खिलाफ सेक्शन आठ के तहत कार्रवाई की गई है।
दरअसल, मनमोहन कुमार होशियारपुर के कस्बा हरियाना के रहने वाले हैं। शर्मा के छोटे भाई भी पंजाब पुलिस में डीएसपी हैं। चूंकि मनमोहन कुमार स्थानीय हैं, इसलिए अरोड़ा की उनके साथ अच्छी जान पहचान है। इसी वजह से अरोड़ा ने मनमोहन से संपर्क साधा। बातचीत करने के लिए 14 अक्टूबर को अरोड़ा चंडीगढ़ में मनमोहन कुमार से मिले। इस दौरान उन्होंने आय से अधिक मामले में केस रफादफा करने के लिए एक करोड़ की आफर दी।
पचास लाख रुपये पहले और पचास लाख रुपये काम होने के बाद देने की बात हुई। अरोड़ा के जाने के बाद मनमोहन ने सारी जानकारी अपने अधिकारियों को दी। इसके बाद इसकी लिखित शिकायत की गई। फिर, प्लानिंग के अनुसार अरोड़ा को शनिवार को जीरकपुर बुलाया गया। इसके बाद एआइजी ने चीफ विजिलेंस को मामले की जानकारी दी।
अरोड़ा ने शनिवार शाम एआइजी मनमोहन कुमार को फोन कर कहा रिश्वत के पैसे लेकर आया हूं। डीजीपी अजय कपिला ने टीम बना कर कारवाई की। सारी कमान खुद मनमोहन कुमार ने संभाल रखी थी और जैसे ही अरोड़ा ने रिश्वत के 50 लाख दिए टीम ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
विजिलेंस ब्यूरो अरोड़ा के खिलाफ आय से अधिक मामले की जांच कर रही थी। इस मामले में उन्हें चंडीगढ़ दो बार पूछताछ के लिए बुलाया भी गया था। सूत्रों के मुताबिक अरोड़ा ने जांच को दबाने के लिए एक विजिलेंस के एआइजी से सौदेबाजी की। पचास लाख रुपये में सौदा तय हुआ।
इसके बाद एआइजी मनमाेहन शर्मा ने ट्रैप लगवाकर अरोड़ा को गिरफ्तार करवा दिया। बता दें कि अरोड़ा पूर्व की कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार में कैबिनेट मंत्री थे। कांग्रेस सरकार का तख्तापलट होने पर जब चरणजीत सिंह को मुख्यमंत्री बनाया गया था तो अरोड़ा का मंत्री पद से पत्ता कट गया था। इसी साल विधानसभा चुनाव अरोड़ा होशियारपुर विधानसभा से चुनाव हार गए थे। कुछ समय पहले अरोड़ा भाजपा में शामिल हुए थे।
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विजिलेंस ब्यूरो पंजाब के मुख्य निदेशक वरिंदर कुमार ने बताया कि इस संबंध में पूर्व मंत्री के खिलाफ विजिलेंस ब्यूरो के एआइजी मनमोहन कुमार के बयान पर मामला दर्ज किया गया है. मनमोहन कुमार के बयानों पर भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम की धारा 8 के तहत एफआइआर संख्या 19 दिनांक 15-10-2022 दर्ज किया है।
वीरेंदर कुमार ने कहा कि एआइजी मनमोहन कुमार ने ब्यूरो से शिकायत की है कि अरोड़ा ने उनसे 14 अक्टूबर को मुलाकात की और उनके खिलाफ चल रही सतर्कता जांच में मदद के लिए एक करोड़ रुपये की पेशकश की।पूर्व मंत्री ने मनमोहन कुमार को अगले दिन 15 अक्टूबर को मौके पर ही 50 लाख रुपये देने और शेष राशि का भुगतान बाद में करने की बात कही।
वीरेंदर कुमार ने कहा कि एआईजी ने इसकी जानकारी मुख्य निदेशक को दी, जिन्होंने अरोड़ा के खिलाफ रिश्वत का मामला दर्ज करने का आदेश दिया। अरोड़ा को रिश्वत देते हुए गिरफ्तार किया गया और उसके पास से 50 लाख रुपये बरामद किए गए। इस मामले की आगे की जांच जारी है।
बताया जाता है कि उनको देर रात विजिलेंस टीम ने गिरफ्तार किया। बता दें कि कांग्रेस के समय मंत्री रहे कई नेताओं को भ्रष्टाचार के आरोपों में गिरफ्तार किया जा चुका है। अभी कई पूर्व मंत्री विजिलेंस के रडार पर बताए जाते हैं। सु्ंंदर शाम अरोड़ा से पहले साधू सिंंह धर्मसात और भारत भूषण आशु को गिरफ्तार किया जा चुका है। सुंदर शाम अरोड़ा विजिलेंस के निशाने पर पिछले कुछ समय से थे।
उधर , होशियारपुर में सुंदर शाम अरोड़ा की गिरफ्तारी की खबर पहुंची तो उनके समर्थकों में हड़कंप मच गया। हाेशियारपुर में अरोड़ा की कोठी पर सन्नाटा छाया हुआ है और वहां कोई भी इस मामले मेंं कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है।
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