जलस्तर : बाढ़ हुई विकराल, गांवों को कराया जा रहा खाली

जलस्तर : बाढ़ हुई विकराल, गांवों को कराया जा रहा खाली

अमृत विचार, अयोध्या। तेजी के साथ बढ़ते सरयू नदी के जलस्तर के चलते जिले में बाढ़ ने और विकराल रूप धारण कर लिया है। एहतियात के तौर पर जिला प्रशासन ने बाढ़ की चपेट में आए गांवों और मजरों को खाली कराना शुरू कर दिया है। सदर, सोहावल और रूदौली तहसीलों के 50 गांवों को …

अमृत विचार, अयोध्या। तेजी के साथ बढ़ते सरयू नदी के जलस्तर के चलते जिले में बाढ़ ने और विकराल रूप धारण कर लिया है। एहतियात के तौर पर जिला प्रशासन ने बाढ़ की चपेट में आए गांवों और मजरों को खाली कराना शुरू कर दिया है। सदर, सोहावल और रूदौली तहसीलों के 50 गांवों को खाली कराने के लिए तीस नाव और चार सटीमर लगाए गए हैं।

जल पुलिस और एसडीआरएफ की मदद भी ली जा रही है। बुधवार को विकराल हुई बाढ़ से प्रभावित गांवों में हाहाकार की स्थिति बनी हुई है। लोग खुद भी अपनी गृहस्थी का सारा सामान नाव पर लाद सुरक्षित ठिकाने के लिए भाग रहे हैं। सबसे ज्यादा बुरे हालात सदर तहसील के पूराबाजार और सोहावल के हैं जहां लगातार हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। अपर जिला अधिकारी वित्त एवं राजस्व महेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि राहत और बचाव युद्धस्तर पर किया जा रहा है। सभी तहसीलों का प्रशासन और रेस्क्यू टीमें लगातार प्रभावित इलाकों में लगी हुई हैं।

सड़क कटने से टूटा अयोध्या – गोण्डा का सम्पर्क

सरयू के भयावह रूप धारण करते ही सोहावल अयोध्या से तरबगंज गोण्डा जाने वाला सम्पर्क मार्ग ढेमवा पुल के आखरी छोर तक सड़क कट जाने से संपर्क पूरी तरह से टूट गया है। सोहावल से महज एक किमी की दूरी पर स्थित गोंडा के दत्त नगर, मोतीगंज मांझा, बेउंदा मांझा के निवासी बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। यहां आश्रय लेने के लिये नाव पर सवार होकर ढेमवा पुल पर पहुँचने के लिये बल्ली के सहारे बनाई गयी सीढ़ी भी बह गई है।

बाढ़ पीड़ितों के बीच मंझधार में फंसे होने की जानकारी मिलते ही तहसील प्रशासन एक्शन में आया। जल पुलिस ने सभी का रेस्क्यू कर लगभग 50 लोगों को नदी से बाहर निकाला। उपजिलाधिकारी मनोज कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि लगभग 50 से अधिक बाढ़ पीडितों को बाहर निकाल कर आश्रय स्थल कंपोजिट विद्यालय ढेमवा लाया गया है। गांव में फंसे लोगो को चिहिंत कर लाने का जल पुलिस का प्रयास जारी है। बताया कि सुरक्षा व्यवस्था एवं भोजन व्यवस्था के लिए नायब तहसीलदार शेखर शुक्ला के नेतृत्व में टीम गठित बनी हुई है।

रो रोकर मांगी तब जाकर मिली मदद

सोहावल से सटे गोण्डा जिले के बाढ़ प्रभावित किसी तरह यहां पहुंचे तो पहले उन्हें बैरियर लगा रोक दिया गया। जब कुछ महिलाएं और लड़कियां रो-रोकर मदद की गुहार करने लगी तब जिम्मेदारों का दिल पसीजा। घंटों चली मिन्नत के बाद उन्हें यहां ठौर दिया गया।

बेउंदा निवासी त्रिभवन राम विलास, रामभवन के साथ पहुंची महिलाओं ने बताया कि दो दिन तक बाढ़ की चपेट मे आने के बावजूद गोंडा प्रशासन द्वारा कोई सहायता नही मिली। भूख प्यास से आहत सोहावल तहसील क्षेत्र की दूरी कम होने के कारण यहां आए हैं। हालांकि बाद में तहसील प्रशासन ने इनको आश्रय दिया लेकिन इस दौरान मौके पर व्याकुल कर देने वाला दृश्य रहा।

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