तबाही : बाढ़ के पानी में बह गये दो युवक, जान बचाकर भागे ग्रामीण

तबाही : बाढ़ के पानी में बह गये दो युवक, जान बचाकर भागे ग्रामीण

अमृत विचार, नवाबगंज/उमरी(गोंडा)। घाघरा ने बुधवार को रौद्र रूप धारण कर लिया है। खतरे के निशान से करीब डेढ़ मीटर ऊपर बह रही घाघरा की बाढ़ में एक युवक बह गया। वह अपनी बहन के यहां जा रहा था तभी यह घटना हुई। नदी का फैलाव व बहाव इतना तीव्र हो गया है कि वह …

अमृत विचार, नवाबगंज/उमरी(गोंडा)। घाघरा ने बुधवार को रौद्र रूप धारण कर लिया है। खतरे के निशान से करीब डेढ़ मीटर ऊपर बह रही घाघरा की बाढ़ में एक युवक बह गया। वह अपनी बहन के यहां जा रहा था तभी यह घटना हुई। नदी का फैलाव व बहाव इतना तीव्र हो गया है कि वह गांवों को समूल नष्ट करने पर तुली है। भयंकर बाढ़ का दृश्य देख कर ग्रामीण अपना घर बार छोड़ कर भाग निकले।

भयावह का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि ग्रामीणों को अपनी गृहस्थी समेटने तक मौका नहीं मिला। विकराल बाढ़ को देखते हुए मवेशियों को नाव पर चढ़ाकर सुरक्षित स्थान पर ले जाने का नजारा दिखा। नवाबगंज के सरावा दत्त नगर निवासी बाबादीन पुत्र सालीक राम अपने बहन के घर गया था।

जाते समय मरी माता के पास धमारा घाट रोड पर अधिक बहाव के कारण बह गया। ग्रामीण नाव के जरिए व तैराकों ने तलाश शुरू कर दी है। लेकिन अभी तक उसे बरामद नहीं किया जा सका है। तुलसीपुर माझा के पूरे राम प्रसाद मजरा निवासी राकेश कुमार (40) पुत्र स्वामीनाथ मंगलवार की शाम को बाढ़ के पानी में डूब गया। जिसे बुधवार तक तलाश नहीं किया जा सका।

चौखड़िया गांव में घाघरा के बाढ़ का पानी पहुंच गया है और चौखड़िया से होकर टेढ़ी भी बहती है। घाघरा का पानी टेढ़ी में आने के कारण अब टेढ़ी में भी उफान आ गया है। इससे महंगूपुर, बखिरा व पटपरगंज भी बाढ़ के पानी से घिर गए हैं। नवाबगंज पटपरगंज मार्ग पर पानी भर गया है। नगर पालिका नवाबगंज में भी पानी घुस गया है। इसलिए नगरवासियों में भी दहशत फैल गई है।

ऐलीपरसौली बांध में रिसाव शुरू, भिखारीपुर तटबंध पर भी खतरा

भीषण बाढ़ के सैलाब में भिखारीपुर सकरौर तटबंध पर भी खतरा मडराने लगा है। मंगलवार को ऐली परसोली में विशुन पुरवा के सामने बांध में हल्की दरार पड़ने से बाढ़ कार्य खंड के अधिकारियों में खलबली मच गई। आनन-फानन में मरम्मत का कार्य शुरू किया गया। इसी बीच सूचना मिली कि ऐली परसोली डीहा के पास बांध में रिसाव शुरू हो गया है तो विभागीय अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए।

कड़ी मशक्कत के बाद बांध में हुए होल को भर लिया गया, लेकिन हल्का रिसाव अभी भी जारी है। फिलहाल विभागीय अधिकारी बांध के सुरक्षित होने का दावा कर रहे हैं। इस बाबत सहायक अभियंता बाढ़ कार्य खंड गोंडा पीके सिंह ने बताया कि पानी अधिक हो जाने से थोड़ी से दिक्कत हुई थी लेकिन स्थिति पर काबू पा लिया गया है। बांध पूरी तरह से सुरक्षित है।

घाघरा के सैलाब में चार हजार लोग फंसे

ऐली परसौली की 4000 आबादी बाढ़ के सैलाब में बुरी तरह से फंस चुकी है। 33 मजरों में रहने वाले 750 परिवार को सुरक्षित स्थान पर निकालने के लिए प्रशासन की तरफ से महज 15 नावें लगाई गई हैं जो नाकाफी साबित हो रही हैं। लोगों को जान जोखिम में डालकर नदी पार करना पड़ रहा है।

तेज बहादुर सिंह ने बताया कि मवेशियों के छोटे बच्चे पानी में डूबने के कगार पर पहुंच गए थे। बड़ी मुश्किल से एक नाव की व्यवस्था हुई तब मवेशियों की जान बच सकी। यहां लोग तखत के ऊपर तखत जोड़कर अपने परिवार मवेशियों व गृहस्थी को सुरक्षित स्थान पर ले जाने के लिए नाव के इंतजार में तड़प रहे हैं। गांव में मौजूद एक प्राइवेट स्ट्रीमर को जिलाधिकारी ने रेस्क्यू करने के लिए निर्देशित किया था लेकिन बुधवार को पूरा दिन वह तेल के इंतजार में खड़ा रहा और लोग नाव के लिए इधर-उधर दौड़ते रहे।

यह भी पढ़ें:- उन्नाव: दो बाइक की भिड़ंत में स्कूल जा रहे छात्र की मौत, 3 घायल