मुरादाबाद : 1959 में गुरुचरण जी ने कराई थी दुर्गा भवन मंदिर की स्थापना, पूरी होती है भक्तों की मन्नत

मुरादाबाद : 1959 में गुरुचरण जी ने कराई थी दुर्गा भवन मंदिर की स्थापना, पूरी होती है भक्तों की मन्नत

मुरादाबाद,अमृत विचार। बुध बाजार स्थित दुर्गा भवन मंदिर भक्तों की आस्था का प्रतीक है। 1959 में गुरुचरण जी ने इस मंदिर की स्थापना कराई थी। यहां मां दुर्गा की मूर्ति स्थापित है। यूं तो यहां हमेशा भक्तों का तांता लगा रहता है, लेकिन नवरात्र में विशेष भीड़ जुटती है। सुबह-शाम मंदिर में महिलाएं कीर्तन करती …

मुरादाबाद,अमृत विचार। बुध बाजार स्थित दुर्गा भवन मंदिर भक्तों की आस्था का प्रतीक है। 1959 में गुरुचरण जी ने इस मंदिर की स्थापना कराई थी। यहां मां दुर्गा की मूर्ति स्थापित है। यूं तो यहां हमेशा भक्तों का तांता लगा रहता है, लेकिन नवरात्र में विशेष भीड़ जुटती है। सुबह-शाम मंदिर में महिलाएं कीर्तन करती हैं।

मंदिर के पुजारी पंडित प्रेमराज जोशी ने बताया कि मंदिर में 31 दीपक निरंतर जलते रहते हैं। यहां आने वाले भक्तों के सभी मनोरथ पूरे होते हैं। मन में विश्वास और आस्था लेकर दूर-दूर से भक्त यहां आते हैं। दिल्ली निवासी एक दंपती को शादी के 12 साल बाद भी संतान नहीं हुई थी। उन्होंने यहां आकर सच्चे मन से माता रानी से मन्नत मांगी। अगले साल ही वह अपने बच्चे के साथ फिर से दर्शन करने आए थे। इसके अलावा ऐसे अनेक उदाहरण हैं, जब यहां आने वाले भक्तों की मां ने झोली भरी। यहां अखंड ज्योति जलती रहती है। मंदिर में मां दुर्गा के अलावा अन्य देवी-देवताओं की प्रतिमा भी स्थापित हैं।

शहर के अलावा दिल्ली, मेरठ और लखनऊ से भी यहां श्रद्धालु आते हैं। रेलवे स्टेशन और रोडवेज बस अड्डे से मंदिर की दूरी मात्र एक किलोमीटर है। मंदिर में पूजा करने आए 45 वर्षीय श्रीनाथ शुक्ला ने बताया कि वह पिछले 25 साल से नवरात्र में रोजाना मंदिर आते हैं। इस मंदिर में उनकी विशेष आस्था है। माता से जो भी मांगा वही मिला है। पीतल नगरी निवासी वृद्धा प्रेमवती का कहना था कि वह लंबे समय से मंदिर आ रही हैं। पहले खुद आती थीं, मगर अब कमजोरी की वजह से बेटे या पोते को साथ लाना पड़ता है। माता रानी की कृपा से मेरा भरा-पूरा और सुखी परिवार है।

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