हल्द्वानी: 15 साल बाद एसटीएच को मिलेगी नई एमआरआई मशीन
लक्ष्मण मेहरा, हल्द्वानी। 15 साल से पुरानी एमआरआई मशीन से काम चला रहे सुशीला तिवारी अस्पताल प्रबंधन को अब सरकार की ओर से नई एमआरआई मशीन मिल जाएगी। इसके लिए शासन स्तर पर कार्यवाही शुरू हो गई है। जल्द ही अस्पताल से पुरानी एमआरआई मशीन को हटवाकर नई मशीन लगाई जाएगी। इससे कुमाऊं समेत बाहरी …
लक्ष्मण मेहरा, हल्द्वानी। 15 साल से पुरानी एमआरआई मशीन से काम चला रहे सुशीला तिवारी अस्पताल प्रबंधन को अब सरकार की ओर से नई एमआरआई मशीन मिल जाएगी। इसके लिए शासन स्तर पर कार्यवाही शुरू हो गई है। जल्द ही अस्पताल से पुरानी एमआरआई मशीन को हटवाकर नई मशीन लगाई जाएगी।
इससे कुमाऊं समेत बाहरी राज्यों से आने वाले सैकड़ों मरीजों को फायदा मिलेगा। बता दें इस मामले को अमृत विचार अखबार ने प्रमुखता से उठाया था। इसके बाद सरकारी तंत्र ने मामले का संज्ञान लेते हुए लोगों को राहत देने का मन बनाया है। एसटीएच में अभी 15 साल पुरानी एमआरआई मशीन से काम चलाया जा रहा है।
काफी पुरानी होने के कारण कई बार यह मशीन चलते-चलते गर्म हो जाती है या कोई अन्य तकनीकि दिक्कत आ जाती है। इससे दूर-दराज से आने मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है और मजबूरन निजी सेंटरों में महंगे दामों में एमआरआई करवाना पड़ता है। बता दें कि एसटीएच में उत्तराखंड के साथ ही उत्तर प्रदेश से भी रोजाना सैकड़ों मरीज आते हैं।
एमआरआई को रोज आते हैं 20 से 30 मरीज
सुशीला तिवारी अस्पताल में 20 से 30 मरीज रोज एमआरआई के लिए पहुंचते हैं, लेकिन बीमारियों के बढ़ने से अब कभी-कभी 40 से अधिक मरीज भी पहुंच जाते हैं। यहां पर मशीन ठीक नहीं होने से उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। एसटीएच प्रबंधन की ओर से सरकार को कई बार इस मामले को लेकर प्रस्ताव भेजे गए, लेकिन काफी समय बाद इस मामले में संज्ञान लिया गया है।
अस्पताल में नयी एमआरआई मशीन लगाने के लिए शासन को पत्र भेजा गया था, जिस पर मंजूरी मिल गई है। पुरानी मशीन को हटवाकर उसकी जगह अच्छी कंपनी की नई मशीन लगाई जाएगी। इससे मरीजों को बेहतर लाभ मिल सकेगा। किसी भी मरीज को दिक्कत न हो इसके लिए पूरे प्रयास किए जा रहे हैं।
-डॉ. अरुण जोशी, प्राचार्य, राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी