चेहरा पहचानना मुश्किल, हाथ से हड्डी गायब… रूस की ‘कैद’ में रहे यूक्रेनी सैनिक की दर्दभरी दास्तां
कीव। यूक्रेन सेना के सैनिक (Mariupol soldier) मायखाइलो डायनोव (Mykhailo Dianov) इस वक्त जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहा है। डॉक्टरों का कहना है कि अभी ऑपरेशन नहीं किया जा सकता क्योंकि शरीर में वजन ही नहीं है। पहले शरीर को थोड़ा मजबूत किया जाएगा और इसके बाद ऑपरेशन किए जाएंगे। इनको अभी लंबे …
कीव। यूक्रेन सेना के सैनिक (Mariupol soldier) मायखाइलो डायनोव (Mykhailo Dianov) इस वक्त जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहा है। डॉक्टरों का कहना है कि अभी ऑपरेशन नहीं किया जा सकता क्योंकि शरीर में वजन ही नहीं है। पहले शरीर को थोड़ा मजबूत किया जाएगा और इसके बाद ऑपरेशन किए जाएंगे। इनको अभी लंबे वक्त तक अस्पताल में रहना पड़ेगा। रूस की इस हरकत ने रूह कंपा दी है।
कुछ दिनों पहले ही रूस की जेल से रिहा होने के बाद बिट्रिश नागरिक ने खौफनाक दास्तां सुनाई थी। उसने बताया था कि कैसे उसको कुत्ते से भी बदतर रखा गया. उसके साथ मारपीट की गई। खाने और पीने को भी नहीं दिया गया। अब यूक्रेन आर्मी ने अपने एक सैनिक की तस्वीर साझा की है। तस्वीर देखकर यकीन करना मुश्किल हो रहा है कि आखिरकार रूस किसी के साथ ऐसा व्यवहार कैसे कर सकता है। यूक्रेन के एक सैनिक की चौंकाने वाली तस्वीरें सोशल मीडिया पर सामने आई हैं। यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने ट्विटर पर मायखाइलो डायनोव की तस्वीरें साझा कीं और उन्हें उन भाग्यशाली लोगों में से एक बताया जो रूस की कैद से जिंदा लौट पाया।
यूक्रेन रक्षा मंत्रालय (Defense of Ukraine) ने अपने सैनिक की दो तस्वीरें पोस्ट की हैं। इस तस्वीरों में सैनिक की पहले की फोटो और रूस की कैद से वापस लौटने के बाद की फोटो है। तस्वीर के कैप्शन में लिखा है कि यूक्रेनी सैनिक मायखाइलो डायनोव उन भाग्यशाली लोगों में से हैं जो रूसी कैद से बच गए। रूस जेनेवा संधि का इस तरह से पालन करता है। इसी तरह रूस नाज़ीवाद की शर्मनाक विरासत को जारी रखे हुए है। मिस्टर डायनोव को इस साल की शुरुआत में मारियुपोल में एज़ोवस्टल स्टील वर्क्स की रक्षा के लिए लड़ने के बाद हिरासत में लिया गया था। वह बुधवार को रिहा किए गए युद्ध के 205 यूक्रेनी कैदियों में से एक था।
Ukrainian soldier Mykhailo Dianov is among the fortunate ones: in contrast with some of his fellow POWs, he survived russian captivity. This is how russia “adheres” to the Geneva Conventions. This is how russia continues the shameful legacy of Nazism. pic.twitter.com/cJpx7ZWQYo
— Defense of Ukraine (@DefenceU) September 23, 2022
मिस्टर डायनोव की तस्वीर में साफ दिख रहा है कि वो कितना दुबला दिख रहा है। उसके हाथ में भी चोट के निशान है, ऐसा लग रहा है जैसे उसके हाथ की हड्डी टूटी हुई हो। उसकी तस्वीर में हाथ और चेहरे पर चोट के निशान हैं। बताया गया है कि मिस्टर डायनोव वर्तमान में कीव सैन्य अस्पताल में हैं। जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है और उन्हें लंबे समय तक इलाज की आवश्यकता होगी।
सैनिक की बहन लावृष्को (Alona Lavrushko) ने कहा कि उनके भाई की बांहों में धर्रे लगे थे। बिना किसी संवेदना के जंग लगे सरौता का उपयोग करके वो छर्रे बाहर निकाले गए। उन्होंने बताया कि रूसी कैद में अमानवीय परिस्थितियों का सामना करने के कारण मिस्टर डायनोव के हाथ में 4 सेमी की हड्डी गायब है। सैन्य अस्पताल के डॉक्टर ने उनको देखा है. जब तक उसका वजन नहीं बढ़ेगा ऑपरेशन नहीं हो सकता। यह उनके स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकता है।
हाथ से चार सेंटीमीटर हड्डी गायब
कैदियों की अदला बदली की प्रक्रिया के तहत डायनोव को जेल से रिहा किया गया है। जिसके बाद उन्हें चेर्नीहीव के अस्पताल में भर्ती कराया गया। यहां उनके दोस्त और रिश्तेदार उनसे मिलने के लिए आए। यहां से उन्हें कीव के सैन्य अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी बहन ने बताया कि डायनोव की स्थिति गंभीर बनी हुई है और उनका इलाज लंबा चलेगा। खबरों के अनुसार, डायनोव को कैद के दौरान अमानवीय स्थितियों का सामना करना पड़ा है। उनका हाथ अभी तक ठीक नहीं हुआ है और उससे 4 सेंटीमीटर तक हड्डी गायब है।
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