भाजपा सरकार आदिवासी विरोधी, विधायक को सदन में बात उठाने का हक भी नहीं : कमलनाथ
भोपाल। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भारतीय जनता पार्टी सरकार पर आदिवासी विरोधी होने का आरोप लगाते हुए आज कहा कि राज्य के आदिवासी विधायक को क्या सदन में अपनी बात उठाने का भी हक नहीं है। कमलनाथ ने इसके साथ ही कांग्रेस विधायक पांचीलाल मेड़ा का एक वीडियो भी पोस्ट किया है। दरअसल …
भोपाल। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भारतीय जनता पार्टी सरकार पर आदिवासी विरोधी होने का आरोप लगाते हुए आज कहा कि राज्य के आदिवासी विधायक को क्या सदन में अपनी बात उठाने का भी हक नहीं है। कमलनाथ ने इसके साथ ही कांग्रेस विधायक पांचीलाल मेड़ा का एक वीडियो भी पोस्ट किया है।
दरअसल मेड़ा ने कल सदन में अपने साथ सुरक्षाकर्मियों द्वारा दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया था। इसके साथ ही उन्होंने आज भी इस मुद्दे को उठाते हुए सदन में जोरदार हंगामा किया था। उनके पक्ष में समूची कांग्रेस उतर आई है। कमलनाथ ने अपने ट्वीट में कहा कि यह है मध्यप्रदेश के एक आदिवासी विधायक का दर्द। सरकार भ्रष्टाचार व जनहित के मुद्दों पर ना सदन में चर्चा चाहती है , ना बाहर। विधायकों को भी सदन में प्रवेश से रोका जा रहा है।
एक विधायक को अपने क्षेत्र में बांध निर्माण में हुए भ्रष्टाचार व क्षेत्र की जनता के पुनर्वास , राहत व मुआवज़े की माँग को सदन में उठाने का हक़ नहीं है क्या?’ उन्होंने कहा कि इस घटना से राज्य सरकार का आदिवासी विरोधी रवैया एक बार फिर सामने आया है। भाजपा सरकार में प्रदेश आदिवासी वर्ग पर अत्याचार व दमन के मामले में पहले से ही देश में शीर्ष पर है। गरिमा
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