लखीमपुर खीरी: केंद्र सरकार पर जमकर बरसे किसान नेता राकेश टिकैत, बोले- बड़ी तैयारियां हैं देश को बेचने की
मोहम्मदी, अमृत विचार। मोहम्मदी के गल्ला मंडी स्थल पर आयोजित किसान महापंचायत में भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत पहुंचे। राकेश टिकैत के आगमन की सूचना से ही किसानों का हुजूम उमड़ पड़ा। राकेश टिकैत किसानों को संबोधित करते हुए केन्द्र सरकार पर जमकर बरसे। कहा कि आज बड़े बड़े माल खुल रहे हैं। पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाया जा रहा है। देश को बेचने की बड़ी तैयारियां चल रही हैं। पंचायत समाप्त होने के बाद अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा गया।
किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि साप्ताहिक बाजारों में महिलाएं दो रुपये का कंघा और पांच रुपये का सिंदूर खरीदती थी। सरकार इन साप्ताहिक बाजारों को बंद करने की तैयारी में है। बड़े-बड़े मॉल खुलेगे। इनमें इस तरह की चीजें बिक्री की जाएंगी। उन्होंने कहा कि जा देश के खिलाफ आवाज उठाएगा। उसे खालिस्तानी, पाकिस्तानी अफगानिस्तानी कहते हैं। अगर कोई सरकार के खिलाफ सच्चाई की बात कहकर आवाज उठाता है तो सरकार उसके साथ ऐसा सलूक करती है, जैसे उसने उसने देश के साथ विद्रोह कर दिया है।
उन्होंने कहा कि सरकार बिजली समेत कई विभागों को निजी हाथों में सौंप रही है। आगरा और नोएडा में बिजली को प्राइवेट सेक्टर को सौंप दिया गया है। एक-एक किसान पर 20 से 40 लाख रुपये का बकाया चल रहा है। इसके विरोध में सरकार के खिलाफ किसानों को इकट्ठा होना पड़ेगा। सरकार आपको लड़ाने का काम करेगी। इसके लिए नए-नए तमाम किसान संगठन बन गए हैं। ऐसे किसान संगठनों से हम सभी लोगों को बचना है।
संभल हिंसा का जिक्र करते हुए कहा कि नारेबाजी के बाद हिंसा हुई। सरकार हिंसा के सहारे अन्य मुद्दों से ध्यान बंटाना चाहती है। नए-नए संगठन बनना किसानों को कमजोर करने की कोशिश है। हम हिंसा के प्रदर्शन पर विश्वास नहीं रखते हैं। किसान, मजदूर व्यापारी संगठन मजबूत हो। बरेली मंडल अध्यक्ष सतविंदर सिंह ने कहा कि इस समय प्रदेश डीएपी की मार झेल रहा है। किसान को खाद के लिए लाइन लगानी पड़ रही है। जब फसल तैयार होती है तो बिचौलिए मनमाने तरीके से फसल को खरीदते हैं। इसके अलावा कई और समस्याओं से किसान परेशान है।
जिनको सरकार रोक नहीं पा रही है। प्रदेश अध्यक्ष राजपाल शर्मा ने बिजली, आवारा पशु, खाद की समस्या, गन्ना भुगतान की समस्याओं का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार किसान की ओर बिलकुल भी ध्यान नहीं दे रही है। इस समस्याओं के समाधान के लिए आप सभी को जाति वर्ग से हटकर केवल किसान बनकर एकजुट होकर सरकार के सामने धरना प्रदर्शन शुरू करना होगा तभी यह संभव है। मंडल अध्यक्ष लखनऊ मयंक चौहान ने कहा कि किसानों की बुनियादी जरूरतों को पूरा कराने के लिए संगठन प्रतिबद्ध है। बस आप सभी किसान हैं।
जातियों में बांटने की सरकार को कोशिश को सफल ना होने दें। इसके बाद बाघों के हमले में जान गंवाने बाले किसानो को उचित मुआवजा, जंगली जानवर व आवारा पशुओं की समस्या से छुटकारा, बकाया गन्ना मूल्य भुगतान समेत नौ सूत्री मांग पत्र पंचायत में पहुंचे एसडीएम अवनीश कुमार और सीओ अरुण कुमार सिंह को ज्ञापन सौंपा गया। किसान महापंचायत में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बाबू अजीत सिंह, जिला अध्यक्ष लखीमपुर दिलबाग सिंह, जिला अध्यक्ष हरदोई, जिला अध्यक्ष शाहजहांपुर, जिला अध्यक्ष पीलीभीत मौजूद रहे। संचालन जिला महासचिव मोनू यादव ने किया।