मुरादाबाद : पारंगत राजनीतिज्ञ और मंझे दिव्यदृष्टा की तरह दिखे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
विनोद श्रीवास्तव, अमृत विचार। अपनी दूसरी पारी में पहली बार मुरादाबाद में पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जहां पारंगत राजनेता के रूप में दिखे तो वहीं मंझे दिव्यदृष्टा की छाप छोड़ी। सर्किट हाउस सभागार में मंडलीय समीक्षा बैठक में अधिकारियों के सामने कड़क प्रशासक बनकर सुशासन और जनहित को सर्वोच्च प्राथमिकता बताई। अधिकारियों से ईमानदारी व …
विनोद श्रीवास्तव, अमृत विचार। अपनी दूसरी पारी में पहली बार मुरादाबाद में पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जहां पारंगत राजनेता के रूप में दिखे तो वहीं मंझे दिव्यदृष्टा की छाप छोड़ी। सर्किट हाउस सभागार में मंडलीय समीक्षा बैठक में अधिकारियों के सामने कड़क प्रशासक बनकर सुशासन और जनहित को सर्वोच्च प्राथमिकता बताई। अधिकारियों से ईमानदारी व निष्ठा से कार्य की नसीहत दी, जबकि मीडिया के सामने मातहतों की प्रशंसा कर मरहम भी लगाया।
प्रदेश में खुद के नेतृत्व में दूसरी बार सरकार बनने के बाद शनिवार को पहली बार मुख्यमंत्री शहर में आए। कुछ घंटे के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री हर रंग और हर फन में परिपक्व व पारंगत राजनेता की झलक दिखाई तो स्थलीय निरीक्षण कर आंखें भी तरेरी और लाभार्थियों को प्रधानमंत्री आवास की चाबी देकर उनके चेहरे पर खुशियां भी बिखेरी। गोशाला में गोवंश की सेवा कर स्पष्ट कर दिया कि गोमाता के हित पर कोई समझौता नहीं करेंगे तो सर्किट हाउस में धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर उतारने और अपराध, नशीले कारोबार की कमर तोड़ने का जिक्र कर सुशासन की ओर ध्यान खींचकर सरकार और खुद की प्राथमिकता भी साफ कर दी।
1000 करोड़ रुपये से औद्योगिक विकास के कार्य गिनाकर उन्होंने पीतलनगरी को विश्व पटल पर और चमकाने का भरोसा भी दिला दिया। मुख्यमंत्री ने भाजपा के चौधरी (प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी) के घर में उनके कार्य और सांगठनिक पकड़ की सराहना कर सरकार और संगठन के बीच सामंजस्य की बानगी प्रस्तुत की।
उन्होंने जनप्रतिनिधियों के सम्मान की रक्षा करने की दो टूक चेतावनी अधिकारियों को देकर सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों के हित रक्षक का भरोसा दिलाया। उनसे मिलकर सपा के स्थानीय सांसद डॉ. एसटी हसन भी मुरीद होकर लौटे, कहा मुख्यमंत्री को बीमारी, पशुओं की बीमारी आदि के साथ ही जनता के लिए जरूरी कार्य गिनाए, जिस पर उन्होंने रजामंदी जताई। इससे प्रसन्न सांसद ने आदित्यनाथ को सबका मुख्यमंत्री बताकर हैरत सबको अचंभित भी कर दिया। अपने एक दौरे में अलग-अलग रुप में दिखकर योगी ने दिखा दिया कि वह दिव्यदृष्टा भी हैं।
21 जून को मूंढापांडे हवाई पट्टी तक पड़े थे सीएम के कदम
मुख्यमंत्री के कदम इसके पहले जिले में 21 जून को पड़े थे। हालांकि वह शहर में दाखिल नहीं हुए थे। वह रामपुर में आजम खां के इस्तीफे से खाली हुई लोकसभा सीट के उप चुनाव में भाजपा प्रत्याशी घनश्याम लोधी का प्रचार करने आए थे तो मूंढापांडे हवाई पट्टी से रामपुर गए। वापसी में उन्होने यहीं पर यूपी बोर्ड के मेधावियों का सम्मान किया। साथ ही एमडीए के द्वारा दिल्ली रोड पर एक करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले प्रवेश द्वार और ग्राम मोढ़ा तैय्या में झील के कार्य का शिलान्यास किया था।
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