बरेली: शादी अनुदान योजना बंद, सामूहिक विवाह के तहत गरीब बेटियों के हाथ होंगे पीले

बरेली: शादी अनुदान योजना बंद, सामूहिक विवाह के तहत गरीब बेटियों के हाथ होंगे पीले

बरेली, अमृत विचार। गरीब बेटियों के हाथ पीले करने के लिए अब शादी अनुदान योजना के तहत 20 हजार रुपये नहीं मिलेंगे। इस योजना के तहत पिछड़ा वर्ग की 9142 बेटियों की शादी कराए जाने के लिए पांच वर्षों में 18 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। वित्तीय वर्ष 2022-23 में शासन की ओर से …

बरेली, अमृत विचार। गरीब बेटियों के हाथ पीले करने के लिए अब शादी अनुदान योजना के तहत 20 हजार रुपये नहीं मिलेंगे। इस योजना के तहत पिछड़ा वर्ग की 9142 बेटियों की शादी कराए जाने के लिए पांच वर्षों में 18 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। वित्तीय वर्ष 2022-23 में शासन की ओर से 559 लाभार्थियों के लिए 1.11 करोड़ की धनराशि भेजी गई।

योजना बंद होने से धनराशि जिला कोषागार से वापस ले ली गई है। अल्पसंख्यक विभाग को इस वर्ष बजट नहीं भेजा गया। योजना का लाभ लिए जाने के लिए 2344 लोगों ने आवेदन किए हैं। शासन की ओर से विभागीय पोर्टल को हटाए जाने के निर्देश कर दिए गए हैं। हालांकि, मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना पहले की तरह संचालित रहेगी। वित्तीय वर्ष 2022-23 में शासन की ओर से 102 लाख रुपये की धनराशि भेजी गई है, इसके लिए ब्लॉक व तहसील वार सत्यापन कार्य भी किया जा रहा है।

क्या है आदेश
जरूरतमंद लोग अब पोर्टल पर शादी अनुदान के लिए आवेदन नहीं कर सकेंगे। इस योजना को पोर्टल से हटाने के लिए तकनीकी स्तर पर काम चल रहा है। इस योजना के अंतर्गत जरूरतमंद लोगों को बेटी की शादी के लिए 20 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जाती है। निर्धन परिवार की बेटियों की शादी के लिए यह योजना चलाई जाती है। इसी तरह सामूहिक विवाह योजना भी है, जिसमें प्रदेश सरकार शादी करने वाले जोड़ों को 51 हजार रुपये की मदद देती है। यह योजना पहले की तरह चलती रहेगी।

सामूहिक विवाह योजना के लिए मिले 102 लाख रुपये
वित्तीय वर्ष 2022-23 में सामूहिक विवाह योजना के तहत 200 लाभार्थियों को लाभ दिए जाने का लक्ष्य दिया गया है। 102 लाख रुपये शासन की ओर से भेजे गए हैं। वर्ष 2021-22 में 746 गरीब बेटियों के हाथ पीले कराए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। जिसके सापेक्ष 600 आवेदन प्राप्त हुए थे, इसके लिए 380 लाख रुपये खर्च किए गए।

अल्पसंख्यक लाभार्थियों के लिए नहीं आया बजट
शादी अनुदान योजना का लाभ लेने के लिए अल्पसंख्यक विभाग को 2344 ऑनलाइन आवेदन पत्र प्राप्त हुए। इसमें 487 खंड विकास अधिकारी व 293 उप जिलाधिकारी स्तर पर लंबित हैं। इनके लिए शासन की ओर से पहले ही कोई बजट नहीं भेजा गया है। योजना को बंद किए जाने के लिए जुलाई से प्रक्रिया चल रही थी। वर्ष 2021-22 में 3253 आवेदन प्राप्त हुए थे, इसमें 922 लाभार्थियों को योजना के तहत लाभ दिया गया। इसके लिए शासन की ओर से 184 लाख रुपये की धनराशि भेजी गई थी।

आंकड़ों पर एक नजर :
पिछड़ा वर्ग की बेटियों को दिया गया लाभ
वर्ष                 – धनराशि – लाभार्थी की संख्या
2017             -18          – 330.20 – 1651
2018             -19          – 553.00 – 2765
2019             -20          – 447.60 – 2238
2020             -21          – 162.00 – 810
2021             -22          – 335.60 – 1678
नोट-धनराशि लाख में

शासन की ओर से शादी अनुदान योजना बंद किए जाने के आदेश दिए गए हैं। विभागीय पोर्टल को चरणबद्ध तरीके से खत्म किया जाएगा। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह पहले की तरह संचालित होती रहेगी—योगेश कुमार पांडेय, जिला पिछड़ा वर्ग अधिकारी।

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