अयोध्या: खंडहर में तब्दील हुआ मंगल पांडेय कक्ष, अमृत महोत्सव की बूंदें तक नहीं पहुंची

अयोध्या। जहां एक तरफ शहर आजादी के अमृत महोत्सव के रंग में रंगा नजर आ रहा है तो वहीं दूसरी ओर फैज़ाबाद कचहरी स्थित ऐतिहासिक स्वतन्त्रता सेनानी भवन का अमर सेनानी मंगल पांडेय कक्ष पिछले पंद्रह वर्षों से उपेक्षा का शिकार बना हुआ है। आलम यह है की कक्ष खंडहर हो रहा है और जगह-जगह …
अयोध्या। जहां एक तरफ शहर आजादी के अमृत महोत्सव के रंग में रंगा नजर आ रहा है तो वहीं दूसरी ओर फैज़ाबाद कचहरी स्थित ऐतिहासिक स्वतन्त्रता सेनानी भवन का अमर सेनानी मंगल पांडेय कक्ष पिछले पंद्रह वर्षों से उपेक्षा का शिकार बना हुआ है। आलम यह है की कक्ष खंडहर हो रहा है और जगह-जगह से गिर रहा है। यहां शीश झुकना तो दूर आज तक कोई प्रतिनिधि झांकने तक नहीं आया।
स्वतंत्रता सेनानी परिषद के सचिव व एडवोकेट मनोज महरोत्रा ने बताया कि इसके नवनिर्माण के लिये कई जनप्रतिनिधियों से गुहार लगाई गई, लेकिन किसी के कान पर जू तक नहीं रेंगी। विकास प्राधिकरण को पूर्व जिलाधिकारी ने इसके जीर्णोद्धार के लिये आदेशित किया। स्टीमेट बन कर पांच साल से फाइल प्राधिकरण में धूल फांक रही है। सेनानी परिषद ने कई अधिकारियों से इस बारे में बात की। सबने आश्वासन ही दिया।
वर्तमान विधायक से भी इस कक्ष के निर्माण के लिये निवेदन किया गया, लेकिन सब व्यर्थ रहा। यहाँ आज तक कोई जनप्रतिनिधि शीश नवाने तक नही आया, जबकि यहां सैकड़ों सेनानियों की फोटो, इतिहास, स्तम्भ सुरक्षित हैं। किसी सांसद, विधायक ने इस एकमात्र ऐतिहासिक स्थल पर पधारने और सेनानी परिवारों से मिलने की जरूरत तक नहीं समझी।
उन्होंने बताया की इस भवन पर झालर तक नहीं लगाई गई। अमृत महोत्सव के नाम पर सेनानियों के परिजनों को जो तिरंगा पटका पहनाते हुए तिरंगा ध्वज प्रदान किया जा रहा है। वह नगर निगम के साधारण कर्मचारियों द्वारा किया जा रहा है, जबकि नगर निगम के पास 61 निर्वाचित जनप्रतिनिधि हैं। जनपद में 1 सांसद, 5 विधायक हैं, लेकिन निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को न कहकर नगर निगम के साधारण कर्मचारियों द्वारा सेनानी परिवारों का इस तरह का सम्मान कराया जा रहा है।
पढ़ें-बरेली: ठोकर लगने से साइकिल लेकर गिरा छात्र, गले में घुसा नुकीला बांस