बरेली: मेगा फूड पार्क में पहुंचने लगीं कंपनियां, पांच प्लॉट बुक

बरेली: मेगा फूड पार्क में पहुंचने लगीं कंपनियां, पांच प्लॉट बुक

बरेली, अमृत विचार। पंतनगर औद्योगिक आस्थान की तरह यूपी-उत्तराखंड की सीमा के नजदीक बहेड़ी में फूड इकाइयों को बढ़ावा देने को 250 एकड़ में बनाए मेगा फूड पार्क में फूड कंपनियों ने प्लॉटों को खरीदना शुरू कर दिया है। 2550 रुपये वर्ग मीटर के हिसाब से पांच फूड कंपनियों ने प्लॉट खरीदे हैं। दो नामी …

बरेली, अमृत विचार। पंतनगर औद्योगिक आस्थान की तरह यूपी-उत्तराखंड की सीमा के नजदीक बहेड़ी में फूड इकाइयों को बढ़ावा देने को 250 एकड़ में बनाए मेगा फूड पार्क में फूड कंपनियों ने प्लॉटों को खरीदना शुरू कर दिया है। 2550 रुपये वर्ग मीटर के हिसाब से पांच फूड कंपनियों ने प्लॉट खरीदे हैं।

दो नामी कंपनियों समेत पांच अन्य कंपनियों ने भी प्लॉट के लिए आवेदन किया है। इसमें नामी डेयरी क्राफ्ट फूड कंपनी और मोहन इम्पैक्स कंपनी ने 12 और 20 एकड़ भूमि के प्लॉट की मांग की है। दोनों कंपनियों के आवेदन यूपीसीडा के क्षेत्रीय कार्यालय से कानपुर मुख्यालय भेज दिए गए हैं।

यूपीसीडा के क्षेत्रीय मैनेजर संतोष कुमार ने बताया कि मेगा फूड पार्क की ओर से फूड कंपनियां तेजी से रुख कर रही हैं। 600 वर्ग मीटर से लेकर 3700 वर्ग मीटर, दो एकड़, पांच एकड़, 10 एकड़ और इससे ज्यादा एकड़ के प्लॉट पार्क में उपलब्ध हैं। रिछा से ट्रांसमिशन की लाइन जोड़ने का कार्य तेजी से चल रहा है। विद्युत सब स्टेशन पार्क में भी स्थापित किया जा चुका है।

इस पार्क के विकसित होने पर क्षेत्रीय लोगों को रोजगार की कमी महसूस नहीं होगी। प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा। यह पार्क बहेड़ी के मुड़िया मुकर्रमपुर गांव में बनाया गया है। पार्क बरेली एयरपोर्ट से 55 किलोमीटर और बहेड़ी तहसील से 8 किमी दूर नैनीताल रोड (एसएच-37) से लगा हुआ है।

8 साल पहले मुड़िया मुकर्रमपुर गांव के पास रखी गयी थी नींव
बहेड़ी तहसील के मुड़िया मुकर्रमपुर गांव के पास सीलिंग की 250 एकड़ जमीन पर मेगा फूड पार्क की नींव 8 साल पहले सपा शासनकाल में रखी गयी थी लेकिन सरकार बदलने के बाद कई साल तक मेगा फूड पार्क की सुध नहीं ली गयी। वर्ष 2019 तक बैठकें शासन स्तर पर हुईं पर फूड पार्क को विकसित करने के कोई प्रयास नहीं हुये।

यूपीसीडा के सीईओ मयूर माहेश्वरी ने फूडपार्क को विकसित कराने के लिये शासन स्तर पर पहल की। रीजनल मैनेजर संतोष कुमार ने स्थानीय स्तर पर मॉनीटरिंग कर व्यवस्थाएं दुरुस्त करायीं। तब इसे विकसित करने की तैयारी तेज हुई। निवेश मित्र के जरिए उद्यमी भूखंड आवंटन कराने के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।

यह भी पढ़ें- बरेली कॉलेज के प्रवक्ता समेत 20 नए कोरोना मिले संक्रमित

ताजा समाचार