मुरादाबाद : तीन साल में तीसरी बार कोर्ट में पेश हुए आजम, फिर मिली तारीख…पढ़ें पूरी खबर
मुरादाबाद,अमृत विचार। छजलैट प्रकरण में गुरुवार को सपा नेता आजम खां अपने बेटे अब्दुला आजम के साथ गुरुवार दाेपहर करीब ढाई बजे कचहरी पहुंचे। यहां एमपी-एमएलए कोर्ट में आज उनकी तारीख थी। वह दो साल में तीसरी बार कोर्ट में हाजिर हुए। दस मिनट रुकने के बाद वह अपने बेटे के साथ वापस लौट गए। …
मुरादाबाद,अमृत विचार। छजलैट प्रकरण में गुरुवार को सपा नेता आजम खां अपने बेटे अब्दुला आजम के साथ गुरुवार दाेपहर करीब ढाई बजे कचहरी पहुंचे। यहां एमपी-एमएलए कोर्ट में आज उनकी तारीख थी। वह दो साल में तीसरी बार कोर्ट में हाजिर हुए। दस मिनट रुकने के बाद वह अपने बेटे के साथ वापस लौट गए। इस दौरान कचहरी परिसर में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त रहे। वहीं आजम खां से मिलने के लिए सपाइयों का भी कचहरी परिसर में जमावड़ा लगा रहा।
अब 28 जुलाई को सुनवाई
गुरुवार को आजम खां अपने बेटे अब्दुल्ला के साथ कोर्ट में पेश होने के लिए एमपी-एमएलए कोर्ट पहुंचे। सुनवाई के दौरान एक आरोपी को छोड़कर अन्य आरोपी भी कोर्ट में पेश हुए। आजम खां के अधिवक्ता वीरेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि करीब दस मिनट तक कोर्ट में सुनवाई चली। आगे की सुनवाई के लिए कोर्ट ने 28 जुलाई की तारीख मुकर्रर की है। आजम की पेशी के दौरान उसने मिलने के लिए सपाइयों का जमावड़ा लगा रहा।
वर्ष 2008 में दर्ज हुआ था मामला
हालांकि यह मामला वर्ष 2008 में दर्ज हुआ था, लेकिन आजम खां और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम एक बार भी सुनवाई के दौरान कोर्ट में पेश नहीं हुए। इस मामले में उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट भी जारी कर दिए गए थे। हालांकि फरवरी वर्ष 2020 में वह रामपुर कोर्ट में पेश हुए थे। जहां से आजम खां, उनकी पत्नी तंजीम जहां और बेटे अब्दुल्ला आजम को सीतापुर जेल भेज दिया गया था। जेल जाने के कुछ माह बाद वह पहली बार बेटे संग छलजैट प्रकरण में मुख्य व फरारी के मामले में मुरादाबाद स्थित एमपी-एमएलए कोर्ट पेश हुए थे। करीब पौने दो घंटे चली सुनवाई के बाद कोर्ट ने दोनों को न्यायिक हिरासत में लेने के आदेश कर दिए थे। इसके बाद आजम व अब्दुल्ला को सीतापुर जेल भेज दिया गया था। इसके बाद वर्ष 2021 में फिर एक बार दोनों कोर्ट में पेश हुए थे।
यह है मामला
मामला जनवरी 2008 का है। आजम अपने बेटे अब्दुल्ला आजम के साथ कार से बिजनौर की ओर जा रहे थे। छजलैट थाने के सामने पुलिस वाहनों की चेकिंग कर रही थी। कार के शीशे पर काली फिल्म और हूटर लगा होने के कारण पुलिसकर्मियों ने उनकी गाड़ी को चेकिंग के लिए रोका तो विवाद हो गया। बहस होने पर आजम खां छजलैट थाने के सामने ही धरने पर बैठ गए थे। सूचना मिलते मंडल भर के तमाम सपा के पदाधिकारी भी मौके पर आ गए थे। इससे जाम लग गया था। कई घंटे तक चले हंगामे के बाद पुलिस ने किसी तरह से मामला शांत कराया था। इस मामले में छजलैट थाने में आजम व उनके बेटे अब्दुल्ला समेत नौ सपाइयों पर रिपोर्ट दर्ज की गई थी।
लुलु माल विवाद पर आजम खान का बयान
लखनऊ के लुलु माल विवाद पर गुरुवार को मीडिया से बातचीत करते हुए आजम खान ने कहा कि हमने न लुलु देखा है और न लोलो देखा है। हम आज तक किसी माल में गए ही नहीं हैं। जो लोग जाने हैं, उनसे पुछिए लुलु, लोलो, टूलू, टोलो, क्या ये भी कोई बात हुई। लुलु, लुलु… और कोई काम ही नहीं है।
मुजरीम हाजिर है….केस के सवाल पर भड़के आजम
वहीं जब उनके केस के बारे में सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा, “मुजरीम हाजिर है, ये ऐसा मुजरिम है जो बकरी का डकैत है, मुर्गी का डकैत है, भैंस का डकैत है, किताबों का डकैत है, फर्निचर का डकैत है। ये ऐसा डकैत है, जो चौथी बार मंत्री है, दसवीं बार का एमएलए, दो बार का एमपी और नेता विपक्ष है। उसकी बीबी असिस्टेंट प्रोफेसर, जो एक बार विधानसभा और एक बार राज्यसभा की सदस्य है। मेरा बेटा जो गलगोटिया से एमटेक पास है और दो बार का एमएलए है। लेकिन, हमने सबने मिनिस्टर रहते हुए शराब की दुकान लूटी और डाका मारा है।
ये भी पढ़ें : मुरादाबाद : ‘खाद्य पदार्थों पर लगाई गई जीएसटी को वापस ले सरकार’, शिवसेना ने कलेक्ट्रेट पर किया प्रदर्शन