प्रधानमंत्री मोदी आज बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का करेंगे लोकार्पण, दिल्ली से चित्रकूट 630 KM की दूरी सिर्फ 6 घंटे में

प्रधानमंत्री मोदी आज बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का करेंगे लोकार्पण, दिल्ली से चित्रकूट 630 KM की दूरी सिर्फ 6 घंटे में

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश का ‘बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे’ बनकर तैयार हो गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 16 जुलाई को इसका लोकार्पण करेंगे। एक्सप्रेसवे के शुरू हो जाने से दिल्ली और लखनऊ से सीधे जुड़ जाएगा बुंदेलखंड। लोकार्पण समारोह में शामिल होने के लिए झांसी और ललितपुर से बड़ी संख्या में लोग जा रहे हैं। इन्हें ले …

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश का ‘बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे’ बनकर तैयार हो गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 16 जुलाई को इसका लोकार्पण करेंगे। एक्सप्रेसवे के शुरू हो जाने से दिल्ली और लखनऊ से सीधे जुड़ जाएगा बुंदेलखंड। लोकार्पण समारोह में शामिल होने के लिए झांसी और ललितपुर से बड़ी संख्या में लोग जा रहे हैं। इन्हें ले जाने के लिए रोडवेज की 120 और 200 प्राइवेट बसों को लगाया गया है। शनिवार को झांसी और आसपास के जनपदों के 13 रूट खाली हो जाएंगे। इन मार्गों पर कोई बस नहीं दिखेगी। लिहाजा अगर बस का सफर प्लान कर रहे हैं तो यह जानना बेहद जरूरी है।

रोडवेज की सभी 120 बसें शुक्रवार की सुबह से ही रूट से अलग कर दी गईं थीं। इन बसों से तमाम योजनाओं के लाभार्थियों को उरई ले जाया गया है। इन बसों के रूट से हटते ही लोगों के सामने बड़ा संकट खड़ा हो गया। रोडवेज की बसों में सफर करने वाले लोग सारा दिन परेशान रहे। शनिवार को भी हजारों लोगों को बसों का इंतजार करना पड़ेगा। माना जा रहा है कि रविवार से ही बसों का संचालन दोबारा से शुरू हो पाएगा। लिहाजा अगर आप बस का सफर प्लान कर रहे हैं तो फिलहाल दो दिनों के लिए टाल दें तो बेहतर रहेगा। क्योंकि रोडवेज की बस ही नहीं प्राइवेट बसों को भी लाभार्थियों को ले जाने के लिए लगा दिया गया है।

सात जिलों का कायाकल्प करेगा बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे
चित्रकूट से लेकर इटावा तक 296 किलोमीटर लंबे बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से सात जिलों का कायाकल्प होगा। इससे चित्रकूट, बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन, औरैया और इटावा जिले सीधे जुड़ेंगे। 14850 करोड़ रुपये की लागत से बने इस एक्सप्रेसवे को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को जालौन के कैथरी गांव में जनता को समर्पित करेंगे।

एक्सप्रेसवे की शुरुआत के साथ ही चित्रकूट से दिल्ली तक का 630 किलोमीटर का सफर छह से सात घंटे में पूरा हो सकेगा। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे और यमुना एक्सप्रेसवे के माध्यम से दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के साथ जुड़ जाएगा। एक्सप्रेसवे बनने के बाद बुंदेलखंड का औद्योगिक और आर्थिक विकास का रास्ता भी खुलेगा।

बांदा और जालौन में एक्सप्रेसवे के किनारे औद्योगिक कॉरिडोर भी बनाया जा रहा है। इसके लिए सलाहकार एजेंसी का गठन हो चुका है। उद्योग लगने से इन दोनों जिलों के अलावा आसपास के जिलों के लोगों को भी रोजगार मिल सकेगा। बुंदेलखंड में प्रस्तावित डिफेंस कॉरिडोर को भी एक्सप्रेसवे का लाभ मिलेगा। माल का आवागमन सुगम हो सकेगा।

बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का शुभारंभ करने आ रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फरवरी 2020 में इसका शिलान्यास किया था। निर्माण एजेंसी यूपीडा ने कोरोना काल के बावजूद 28 माह में एक्सप्रेसवे को लक्ष्य से आठ महीने पहले बनाकर तैयार कर दिया है। इसमें चार रेलवे ओवर ब्रिज, 14 बड़े पुल, 266 छोटे पुल, 18 फ्लाइओवर, 13 टोल प्लाजा और 7 रैंप प्लाजा हैं।

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