बरेली: तीन साल से स्कूलों में स्काउट गाइड की गतिविधियां सिर्फ कागजों तक सिमटीं, बीएसए ने दिए सख्त निर्देश

बरेली, अमृत विचार। कम उम्र से ही बच्चों को जिम्मेदारियों का एहसास कराने व सामाजिक दायित्वों को समझाने के लिए स्काउट गाइड के तहत गतिविधियां संचालित की जाती हैं। इसके लिए प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों में बाकायदा टीमों का गठन किया जाता है। पिछले तीन साल से स्कूलों में स्काउट गाइड की गतिविधियां सिर्फ कागजों तक …
बरेली, अमृत विचार। कम उम्र से ही बच्चों को जिम्मेदारियों का एहसास कराने व सामाजिक दायित्वों को समझाने के लिए स्काउट गाइड के तहत गतिविधियां संचालित की जाती हैं। इसके लिए प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों में बाकायदा टीमों का गठन किया जाता है। पिछले तीन साल से स्कूलों में स्काउट गाइड की गतिविधियां सिर्फ कागजों तक ही सिमट कर रह गई हैं।
जबकि 15 अगस्त, 26 जनवरी और 2 अक्टूबर जैसे राष्ट्रीय पर्वों के अवसर पर सभी स्कूलों की टीमें भव्य मंचों पर अनेक प्रतियोगिताओं में अपनी प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन भी करती रही हैं। इस बार महानिदेशक स्कूली शिक्षा ने सभी स्कूलों में स्काउट की टीमों के गठन कराने के संबंध में आवश्यक निर्देश दिए, लेकिन किसी स्कूल में वास्तव में देखा जाए तो गतिविधियों का आयोजन नहीं किया जा रहा है।
प्राथमिक स्तर से सिखाई जाती हैं अनेक विधाएं
स्काउट गाइड के तहत बच्चों को प्राथमिक स्तर से ही कई प्रकार की विधाएं सिखाई जाती हैं। प्राइमरी में पहली से 5वीं तक कब और बुलबुल नाम से टीमें होती हैं। बालकों की गठित टीम को कब और बालिकाओं की टीम को बुलबुल कहा जाता है। जूनियर स्तर पर दल और कंपनी होते हैं, बालकों की टीम को दल और बालिकाओं की टीम को कंपनी कहा जाता है।
प्रत्येक टीम में 16 – 16 स्काउट गाइड होते हैं। जो किसी भी प्रतियोगिता में शामिल होते हैं। पहले यह प्रतियोगिता ब्लॉक स्तर पर फिर जनपद स्तर स्तर पर और उसके बाद प्रदेश स्तर पर होती हैं। बेसिक में इन बच्चों को सिखाने के लिए ब्लॉक स्काउट मास्टर और ब्लॉक गाइड कैप्टन भी होते हैं।
-बच्चों को समाज का अच्छा नागरिक बनाने में स्काउट गाइड की गतिविधियां भूमिका अहम होती हैं। इसके अंतर्गत कराई जाने वाली गतिविधियों से बच्चों में जिम्मेदार नागरिक व देश सेवा की भावना भी पैदा होती है।-शबीना परवीन, ब्लाॅक गाइड कैप्टन
-स्कूलों में हर संभव गतिविधियां कराई जा रही हैं। उम्मीद है कि शासन के निर्देश के बाद स्काउट की गतिविधियां और तेजी से आयोजित की जाएंगी।-गौरव पाठक, कार्यकारी जिला संगठन कमिश्नर
– शासन से मिले निर्देश के क्रम में खंड शिक्षा अधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दे दिए गए हैं। सभी स्कूलों में स्काउट टीम की गतिविधियों को प्राथमिकता से कराया जाएगा।- विनय कुमार, बीएसए
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