चम्पावत जिले के चार गांवों की बदलेगी सूरत

चम्पावत, अमृत विचार। गांवों में बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से जिले में मॉडल गांव बनाने की पहल करते हुए जिलाधिकारी नरेद्र सिंह भंडारी द्वारा जनपद के सभी विकास खण्डों में एक-एक गांव को मॉडल बनाए जाने के लिए चयन कर नोडल अधिकारी को नामित किया गया है। विकासखण्ड चम्पावत के ग्राम सिमल्टा में जिला …
चम्पावत, अमृत विचार। गांवों में बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से जिले में मॉडल गांव बनाने की पहल करते हुए जिलाधिकारी नरेद्र सिंह भंडारी द्वारा जनपद के सभी विकास खण्डों में एक-एक गांव को मॉडल बनाए जाने के लिए चयन कर नोडल अधिकारी को नामित किया गया है।
विकासखण्ड चम्पावत के ग्राम सिमल्टा में जिला उद्यान अधिकारी, लोहाघाट के ग्राम बिन्डा तिवारी में जिला विकास अधिकारी, बाराकोट के ग्राम बापरू में सहायक परियोजना निदेशक डीआरडीए व विकास खण्ड पाटी के ग्राम चौड़ाकोट में कृषि एवं भूमि संरक्षण अधिकारी को नामित किया हैं।
शुक्रवार को डीएम द्वारा विकास खण्ड लोहाघाट के न्याय पंचायत रौसाल के अंतर्गत मॉडल गांव के लिए चयनित ग्राम बिन्डा तिवारी में बैठक कर गांव का निरीक्षण किया। उन्होंने गांव में संचालित कार्यों को देखने के साथ ही ग्रामीणों की समस्याएं भी सुनी तथा विकास के लिए उनके सुझाव भी लिए गए। उन्होंने कहा कि मॉडल गांव बनाने के पीछे सोच यह है कि देश को विकसित और खुशहाल बनाना है तो सबसे पहले गांवों का चौमुखी विकास करना होगा। इसके लिए प्राथमिक रूप से पहले चरण में जनपद के चार गांवों का चयन किया गया है। इन्हें विकसित करने के लिए गांव में सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
गांव में पेयजल, शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, विद्युत, ग्रामीण सड़कें, कृषि, सिंचाई, स्वरोजगार और आवास स्वच्छता जैसी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इसके पश्चात जनपद के अन्य गांवों को भी इसी तर्ज पर मॉडल गांव के रूप में विकसित किया जाएगा।
बैठक में गांव में विभिन्न विभागों द्वारा कराए जा रहे कार्यो की जानकारी विभागों से ली गई।
समाज कल्याण विभाग से आए अधिकारियों द्वारा बताया गया कि प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना अंतर्गत ग्राम पंचायत बिन्डा तिवारी में 20 लाख रुपये के कार्य कराए जा रहे हैं। जिसमें जल स्रोतों का जीर्णोद्धार, आंतरिक मार्गों के निर्माण कार्यों के साथ ही अन्य सौंदर्यीकरण के कार्य भी किए जा रहे हैं। ग्राम पंचायत में सोलर स्ट्रीट लाइट भी लगाई जा रही हैं। इसमें वर्तमान तक 50 फीसदी कार्य पूर्ण कर लिए गए हैं। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि इन अवशेष कार्यों को छह माह के भीतर पूर्ण कर लिया जाए। खंड विकास अधिकारी लोहाघाट द्वारा जिलाधिकारी को अवगत कराया गया कि ग्राम पंचायत में डीएडीपी अंतर्गत कार्य कराए जा रहे हैं।
अधिशासी अभियंता पेयजल निगम ने बताया कि क्षेत्र में पेयजल की समस्या के समाधान के लिए वर्तमान में जल जीवन मिशन अंतर्गत 3 करोड़ 86 लाख की लागत से पेयजल पंपिंग योजना के निर्माण के कार्यों की टेंडरिंग की कार्यवाही गतिमान है। लोक निर्माण विभाग व प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के अधिकारियों द्वारा क्षेत्र में सल्ला,खुनाडी, रौसाल, दिगालीचौड़ के सड़कों के निर्माण के बारे में जानकारी दी ।
डीएम ने अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग लोहाघाट को निर्देश दिए कि पूर्व आदेश पर भी लोहाघाट-पंचेश्वर सड़क मार्ग में नालियों की सफाई नहीं कराई गई। एक सप्ताह के भीतर नालियों की सफाई सुनिश्चित करें। उद्यान विभाग के अधिकारियों ने बताया कि क्षेत्र में अदरक की खेती को बढ़ाए जाने के लिए कार्य किए जा रहे हैं। जिलाधिकारी ने इसके लिए शीघ्र प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए।
दुग्ध विभाग द्वारा बताया गया कि प्रतिदिन क्षेत्र से 100 लीटर दूध प्राप्त होता है। डीएम ने इस पर दुग्ध विभाग व पशुपालन विभाग को समन्वय स्थापित कर दुग्ध की आपूर्ति अधिक करने के निर्देश दिए। सहकारिता विभाग द्वारा अवगत कराया गया कि दिगालीचौड़ में सहकारी समिति में वर्तमान में 1100 सदस्य हैं, जिनमें लगभग 600 सक्रिय सदस्य कार्य कर रहे हैं। सक्रिय सदस्यों में समिति द्वारा 5 करोड़ 55 लाख का ऋण भी दिया गया है।
साथ ही सक्रिय सदस्यों के किसान क्रेडिट कार्ड भी बनाए गए हैं। इस पर डीएम ने निर्देश दिए कि सदस्यों की संख्या बढ़ाए जाने के लिए समिति द्वारा प्रस्ताव तैयार किए जाएं। गांव में सहकारी समिति द्वारा एक कोल्ड स्टोरेज भी बनाया गया है, जिसमें स्थानीय उत्पादों को सुरक्षित रखा जा रहा है। जिलाधिकारी ने कहा कि इसका लाभ अधिक से अधिक स्थानीय जनता को मिलना चाहिए।
भेषज विभाग को निर्देश दिए कि तेजपाल व बड़ी इलायची के उत्पादन को बढ़ाए जाने के लिए कार्य किया जाए तथा अधिक से अधिक किसानों को इससे जोड़ा जाए। उन्होंने कृषि विभाग के अधिकारियों को किसानों को कृषि उपकरण, उन्नतशील बीज के साथ-साथ कीटनाशक आदि वितरित करने के निर्देश दिए। कहा कि कृषि उत्पादन को बढ़ाए जाने के लिए योजना तैयार कर कार्य किया जाय। उन्होंने उद्यान विभाग के अधिकारियों को अखरोट, सेब, अदरक व कीवी के उत्पादन पर और अधिक कार्य करने के लिए प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए।
बैठक में क्षेत्रवासियों द्वारा जिलाधिकारी को एलोपैथिक चिकित्सा की समस्या से अवगत कराया गया। इस पर जिलाधिकारी ने ग्रामीणों को बताया कि आगामी सप्ताह से आयुर्वेदिक चिकित्सालय दिगालीचौड़ में सप्ताह में एक दिन पुल्ला से आकर एलोपैथिक चिकित्सक अपना कैंप लगाकर क्षेत्रवासियों के स्वास्थ्य की जांच करेंगे।
गांव मे आंगनबाड़ी व मिनी आंगनबाड़ी संचालित है, जिनके भवनों के निर्माण के लिए धनराशि अवमुक्त की जा चुकी हैं। उन्होंने जिला विकास अधिकारी को मनरेगा की डपटेलिंग से शीघ्र भवन का निर्माण कराने के निर्देश दिए। इसके साथ ही जिलाधिकारी ने जीआईसी दिगालीचौड़ में वर्तमान में बीएडीपी से बनाये गए बास्केट बॉल मैदान की खराब गुणवत्ता के जांच के भी निर्देश दिए। इस दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद में इन मॉडल गांव में प्रधान मंत्री आदर्श ग्राम योजना के सापेक्ष और विकास कार्य कराये जाएंगे। उन्होंने बताया कि यहां क्षेत्रवासियों द्वारा ग्रोथ सेंटर की मांग की जा रही है जिससे महिलाओं द्वारा निर्मित लोकल उत्पाद बनाने के लिए हॉल की आवश्यकता बताई गई है। साथ ही मुर्गी पालन में कड़कनाथ की मांग भी की गई है। इस पर शीघ्र कार्य किये जाने के लिए पशुपालन विभाग को निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने निर्देश देते हुए कहा कि जिन अधिकारी को जो भी जिम्मेदारी दी गयी है, वह बिना किसी लापरवाही के अपने दायित्वों का निर्वहन करें। बैठक में उपाध्यक्ष जिला पंचायत ललित मोहन कुंवर, प्रधान देवेन्द्र बिष्ट, क्षेत्र पंचायत सदस्य लक्ष्मण सिंह बिष्ट, जिला विकास अधिकारी संतोष कुमार पंत, खंड विकास अधिकारी एमसी परगाई, तहसीलदार लोहाघाट विजय गोस्वामी, एआर कोऑपरेटिव मनोहर सिंह मर्तोलिया, प्रधानाचार्य घनश्याम भट्ट व अन्य अधिकारी व ग्रामीण मौजूद रहे।