हल्द्वानी: तराई व भाबर के जंगल होंगे प्लास्टिक व कांच मुक्त

हल्द्वानी, अमृत विचार। वन विभाग जंगलों को प्लास्टिक व कांच मुक्त बनाने के लिए जंगलों में स्वच्छता अभियान चलाया जाएगा। हर सप्ताह इस अभियान में जंगलों से प्लास्टिक व पॉलीथिन, कांच को इकट्ठा किया जाएगा। वहीं, नदी व जंगलों में जाने वाले लोगों को कचरा जंगल में नहीं फेंकने के लिए प्रेरित किया जाएगा। तराई …
हल्द्वानी, अमृत विचार। वन विभाग जंगलों को प्लास्टिक व कांच मुक्त बनाने के लिए जंगलों में स्वच्छता अभियान चलाया जाएगा। हर सप्ताह इस अभियान में जंगलों से प्लास्टिक व पॉलीथिन, कांच को इकट्ठा किया जाएगा। वहीं, नदी व जंगलों में जाने वाले लोगों को कचरा जंगल में नहीं फेंकने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
तराई पूर्वी वन डिवीजन के जंगल भाबर से तराई तक फैले हुए हैं। हल्द्वानी से खटीमा तक फैले इन जंगलों में घूमने वाले लोग पानी की प्लास्टिक बोतलें, जूस की बोतलें, मदिरा पान करने के बाद कांच की बोतलें, चिप्स आदि के पैकेट फेंक देते हैं। इससे जंगलों में गंदगी फैलती हैं। वहीं जंगलों की सेहत पर भी दुष्प्रभाव होता है। सालों तक इनका निस्तारण नहीं होने से मिट्टी के उर्वरकता प्रभावित होती है।
नए-नए पौधों के उत्पादन पर भी असर होता है इसलिए वन विभाग ने गैर सरकारी संगठनों, स्कूल कॉलेजों, सरकारी संगठनों व समाज सेवियों की मदद से हर सप्ताह जंगल में स्वच्छता अभियान चलाने का फैसला किया है। इसकी शुरुआत गौला नदी के आसपास के जंगलों से होगी। जहां सड़क किनारे के जंगलों से प्लास्टिक, कांच का कचरा बीना जाएगा और फिर जंगलों में घूमने आने वाले लोगों को जंगलों की स्वच्छता के लिए प्रेरित किया जाएगा।
तराई पूर्वी वन डिवीजन के जंगलों में स्वच्छता अभियान चलाया जाएगा। गैर सरकारी संगठन, स्कूल व कॉलेज के विद्यार्थियों, समाज सेवियों की मदद से जंगलों में प्लास्टिक, कांच का कचरा बीना जाएगा और लोगों को जंगल में गंदगी नहीं फैलाने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
- संदीप कुमार, डीएएफओ, तराई पूर्वी वन डिवीजन