मुरादाबाद : आज से खुलेंगे स्कूल, शिक्षकों की कमी बरकरार

मुरादाबाद,अमृत विचार। बेसिक शिक्षा परिषद के जिले के 1408 परिषदीय विद्यालय गर्मी की छुट्टी के बाद गुरुवार से खुलेंगे। इस भीषण गर्मी में विद्यार्थी स्कूल आएंगे, लेकिन शिक्षकों की कमी से पढ़ाई पर असर पड़ना तय है। इस बार गर्मी की छुट्टी बाद 16 जून से ही परिषदीय प्राथमिक विद्यालय खुल रहे हैं। स्कूल खुलने …
मुरादाबाद,अमृत विचार। बेसिक शिक्षा परिषद के जिले के 1408 परिषदीय विद्यालय गर्मी की छुट्टी के बाद गुरुवार से खुलेंगे। इस भीषण गर्मी में विद्यार्थी स्कूल आएंगे, लेकिन शिक्षकों की कमी से पढ़ाई पर असर पड़ना तय है। इस बार गर्मी की छुट्टी बाद 16 जून से ही परिषदीय प्राथमिक विद्यालय खुल रहे हैं। स्कूल खुलने पर नामांकन बढ़ाने का तो जोर रहेगा ही कक्षाओं में गुणवत्तापूर्ण शिक्षण का दारोमदार भी गुरुजी की कंधे पर रहेगा, लेकिन इसमें सबसे बड़ी अड़चन शिक्षकों की भारी कमी है। जिले में आरटीई एक्ट के अनुसार शिक्षकों के 7765 पद स्वीकृत हैं, लेकिन तैनाती महज 5640 शिक्षकों की है। इसमें भी बेमेल समायोजन के चलते शिक्षक-छात्र अनुपात कहीं भी ठीक नहीं है। हर जगह विद्यार्थियों की संख्या के अनुसार शिक्षकों की तैनाती नहीं है। कई स्कूल तो ऐसे हैं, जो शिक्षा मित्रों के भरोसे हैं। 30 छात्र पर एक शिक्षक होना चाहिए
जिले में छात्र संख्या के अनुपात में शिक्षकों की कमी न होना व्यवस्था के बेपटरी रहने की प्रमुख वजह भी है। जबकि मानक के अनुसार शिक्षकों की तैनाती का मानक प्राथमिक विद्यालय में प्रति 30 छात्र पर एक शिक्षक और उच्च प्राथमिक विद्यालय में प्रति 35 छात्र पर एक शिक्षक का है।
स्कूलों के जर्जर भवन छात्रों के सिर पर हमेशा खतरा बनकर मंडराते रहते हैं, इसलिए प्राथमिक शिक्षा में गुणात्मक सुधार हर समय चुनौती से कम नहीं रहता है। गुरुवार से स्कूल खुलने पर भी इन चुनौतियों से जूझना पड़ेगा। वहीं, नगरीय क्षेत्र में जर्जर स्कूलों का कायाकल्प न होने से बरसात शुरू होने पर कई स्कूलों में पढ़ाई ठप हो जाती है। इन जर्जर स्कूलों की मरम्मत व जीर्णोद्धार स्मार्ट सिटी मिशन में कायाकल्प योजना में होना था, लेकिन कार्यदायी संस्था की मनमानी व सुस्त कार्यशैली के चलते अभी शहर के कई स्कूलों में जीर्णोद्धार का कार्य शुरू भी नहीं हो पाया है। ऐसे में भीषण गर्मी में ज्ञान लेने नौनिहालों को स्कूल आना पड़ेगा।
भीषण गर्मी में स्कूल खुलने पर शिक्षक नेता भी नाराज
16 जून से स्कूल खोलने के निर्णय पर उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के पदाधिकारी भी खफा हैं। संघ के जिलाध्यक्ष सर्वेश कुमार शर्मा कहते हैं कि हर साल ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद एक जुलाई से परिषदीय स्कूल खुलते थे, लेकिन इस बार 41-43 डिग्री सेल्सियस की भीषण गर्मी में बच्चों के स्कूल में आने की परेशानियों पर भी सरकार का ध्यान न होना समझ से परे है।
27 दिनों का हुआ था ग्रीष्मावकाश
इस बार परिषदीय स्कूलों में 20 मई से 15 जून तक का गर्मी की छुट्टी रही। जबकि 31 दिसंबर से 14 जनवरी तक शीतावकाश सरकार ने पहली बार घोषित किया था। ऐसे में शीतावकाश का समायोजन ग्रीष्मकालीन अवकाश में सरकार ने कर दिया। हालांकि शिक्षकों का कहना है कि कोहरे और कड़ाके की ठंड में तो वैसे ही 10-12 दिनों का अवकाश हर बार मिल जाता था। इसमें सरकार की अनुकंपा क्या है।
जिले में बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों की स्थिति
- प्राथमिक विद्यालय 884
- उच्च प्राथमिक विद्यालय 232
- कंपोजिट विद्यालय 292
- विकास खंड 08
- न्याय पंचायत की संख्या 59
शिक्षकों के पद व तैनाती
- 1408 स्कूलों में शिक्षकों के स्वीकृत पद 7765
- पद के अनुपात में शिक्षकों की तैनाती 5640
- शिक्षकों की तैनाती के मानक
- प्राथमिक विद्यालय में प्रति 30 छात्र पर एक शिक्षक
- उच्च प्राथमिक विद्यालय में प्रति 35 छात्र पर एक शिक्षक
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