अयोध्या: न जानें स्वास्थ्य मंत्री जी कब अयोध्या अइहैं, विभागीय उपेक्षा का शिकार हो रहा 100 शैय्या संयुक्त चिकित्सालय कुमारगंज

अमृत विचार, अयोध्या। करोड़ों की लागत से बने 100 शैय्या संयुक्त चिकित्सालय कुमारगंज में 16 चिकित्सकों व भारी भरकम अधीनस्थ कर्मचारियों की नियुक्ति भले ही इस चिकित्सालय में कर दी गई हो। लेकिन मिल्कीपुर तहसील क्षेत्र की जनता व सीमावर्ती जनपद सुल्तानपुर अमेठी के लोगों को निराशा ही हाथ लगती है। ऐसे में यहां आने …
अमृत विचार, अयोध्या। करोड़ों की लागत से बने 100 शैय्या संयुक्त चिकित्सालय कुमारगंज में 16 चिकित्सकों व भारी भरकम अधीनस्थ कर्मचारियों की नियुक्ति भले ही इस चिकित्सालय में कर दी गई हो।
लेकिन मिल्कीपुर तहसील क्षेत्र की जनता व सीमावर्ती जनपद सुल्तानपुर अमेठी के लोगों को निराशा ही हाथ लगती है। ऐसे में यहां आने वाले मरीज बस यही कह रहे हैं कि न जानें स्वास्थ्य मंत्री जी ब्रजेश पाठक कब अयोध्या आई है.!
ज्ञातव्य हो कि लाखों रुपए की लागत की मशीनें व उपकरण की आपूर्ति तो इस चिकित्सालय में कर दी गई है, लेकिन तकनीकी स्टाफ व स्थापना के अभाव में मशीनों संचालन नहीं हो पा रहा है। जांच के अभाव में गंभीर बीमारी से ग्रसित मरीजों को रेफर करना अस्पताल की मजबूरी है। चिकित्सालय में अल्ट्रासाउंड मशीन, पीआईसीयू, ओटी सहित अनेक उपकरण ऐसे हैं जिनका परिचालन अस्पताल के स्थापना के बाद से अभी तक नहीं हो पाया।
इस अस्पताल को बेहोशी के डॉक्टर तथा रेडियोलॉजिस्ट जैसे महत्वपूर्ण स्टॉप की दरकार है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी अयोध्या/प्रभारी अपर निदेशक स्वास्थ्य (एडी) अजय राजा से जब सौ शैय्या अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट व अन्य तकनीकी कमियों की जानकारी चाही गई।
तो उन्होंने अपनी ही व्यथा बताते हुए कहा कि महिला जिला चिकित्सालय अयोध्या में वर्षों से रेडियोलॉजिस्ट का पद खाली है, मंडल के रिक्त पड़े अस्पताल के विभिन्न पदों को भरने के लिए मांग की गई है, जैसे ही शासन संज्ञान लेगा अस्पतालों में स्टाफ की कमी दूर हो जाएगी।
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