भीषण गर्मी में भी पंखे से मिलेगी राहत, अपनाएं यह टिप्स
आज कल की गर्मी ने तो रिकार्ड तोड़ दिया हैं। ऐसे में हर कोई भीषण गर्मी से परेशान हैं। हर किसी के बास गर्मी से बचने के लिए एसी और कूलर की व्यवस्था नहीं रहती हैं। ऐसे में आप पंखें की हवा से भी कुछ खास टिप्स अपना कर चैन की नींद सो सकते हैं …
आज कल की गर्मी ने तो रिकार्ड तोड़ दिया हैं। ऐसे में हर कोई भीषण गर्मी से परेशान हैं। हर किसी के बास गर्मी से बचने के लिए एसी और कूलर की व्यवस्था नहीं रहती हैं। ऐसे में आप पंखें की हवा से भी कुछ खास टिप्स अपना कर चैन की नींद सो सकते हैं और साथ ही साथ पंखे की हवा से कई बीमारियों से भी बच सकते हैं, जो बीमारियां एसी और कूलर की हवा के कारण होती हैं। गर्मी में छत के पखें या टेबल फैन लगाकर सोएं। आज हम आपको बताएंगे पंखे में सोने के फायदों के बारे में साथ ही साथ पंखे से ठंडक पाते हुए चैन की नींद सोने के कुछ खास टिप्स भी।
जानें कैसे पाएं पंखे की हवा में ठंडक
1. सोने से पहले नहा लें। इससे बॉडी का तापमान सामान्य होता है, मस्तिष्क शांत होता है और मसल्स रिलैक्स होती हैं। इस कारण पंखे की हवा भी शरीर को ठंडक पहुचाती है और अच्छी नींद आती है।
2. सोने से पहले एक गिलास ठंडा पानी पिएं। इस पानी को एक सांस में नहीं गटकना है। बल्कि घूंट-घूंट करके आराम से पीना है। इससे आपकी जीभ में मौजूद प्यास का अहसास करने वाली बड्स शांत होती हैं, जिससे शरीर को ठंडक और मन को शांति मिलती है।
3.सोने से रिलेक्स कपड़े पहनें जिससे शरीर को आराम मिलें।
4. सोने के लिए कॉटन की चादर का उपयोग करें। ओढ़ने और बिछाने दोनों के लिए। ओढ़ने वाली चादर को पानी में भिगोकर अच्छी तरह निचोड़ लें और फिर इसे 15-20 मिनट के लिए रस्सी पर लटका दें ताकि अतिरिक्त पानी निचड़ जाए। अब इस चादर को ओढ़कर फैन चलाकर सोएं। मस्त और गहरी नींद आएगी।
जानें पंखे में सोने के फायदे
- आप चाहे छत का पंखा चलाकर सोते हैं या फिर टेबल फैन। यह दोनों ही आपको सर्दी-गर्मी की समस्या से बचाते हैं।
- पंखे में सोने के दौरान भी तेज गर्मी के दिनों में पसीना निकलता रहता है। जो कि सेहत के लिए जरूरी होता है। यह शरीर में जकड़न भी नहीं होने देता हैं।
- पंखा चालकर सोने से या पंखे की हवा में ज्यादातर समय रहने से आपको सांस लेने में बहुत आसानी होती है। आपके शरीर में ऑक्सीजन का स्तर अच्छा बना रहता है।
- अगर आप उन लोगों में से हैं, जिनकी नींद जरा-सी आवाज से खुल जाती है तो आप पंखे में सोने की आदत डाल लीजिए। शुरुआत में दिक्कत होगी लेकिन एक बार जब आदत लग जाएगी तो फिर बाहर के शोर का कुछ पता नहीं चलेगा। क्योंकि पंखा खुद शोर करता है, जिसकी आपके ब्रेन को आदत हो चुकी होती है।
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