बहराइच: जाली दस्तावेज बनाकर विकास कार्य के नाम पर हुआ था लाखों का घोटाला, लोकपाल ने घोटाले में शामिल लोगों के विरुद्ध दी तहरीर

बहराइच/अमृत विचार। जरवल विकास खंड के ग्राम रुदाईन में बिना विकास कार्य कराए ही ग्राम प्रधान, सचिव, तकनीकी मनरेगा सहायक और प्रधान पति रोजगार सेवक ने 9.42 लाख रुपया निकाल लिया। इस खबर का प्रकाशन अमृत विचार अखबार ने प्रमुखता से किया। डीएम के निर्देश पर जांच करने पहुंचे मनरेगा लोकपाल को फर्जी दस्तावेज लगाकर …
बहराइच/अमृत विचार। जरवल विकास खंड के ग्राम रुदाईन में बिना विकास कार्य कराए ही ग्राम प्रधान, सचिव, तकनीकी मनरेगा सहायक और प्रधान पति रोजगार सेवक ने 9.42 लाख रुपया निकाल लिया। इस खबर का प्रकाशन अमृत विचार अखबार ने प्रमुखता से किया।
डीएम के निर्देश पर जांच करने पहुंचे मनरेगा लोकपाल को फर्जी दस्तावेज लगाकर घोटाले की जानकारी हुई। इस पर सचिव और तकनीकी मनरेगा सहायक के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करने को तहरीर दी है। साथ ही घोटाले की रकम सभी से वसूली करने का पत्र लिखा है। रोजगार सेवक को दूसरे गांव में तैनाती को भी पत्र दिया।
जिले के जरवल विकास खण्ड अंतर्गत ग्राम पंचायत रुदाईन में मनरेगा के तहत करीब साढ़े नौ लाख रुपये घोटाला का मामला लोकपाल की जांच मे उजागर हुआ है।
बुधवार को जांच करने पहुंचे मनरेगा लोकपाल ने ग्राम पंचायत की प्रधान नितू वर्मा, ग्राम रोजगार सेवक उपेंद्र कुमार वर्मा, ग्राम पंचायत सचिव मांडवी वर्मा, तत्कालीन तकनीकी सहायक सुनील कुमार श्री वास्तव द्वारा विकास कार्यो के नाम पर आपस में सडयंत्र फर्जी एवं जाली अभिलेख तैयार करके नौ लाख बयालिस् हजार दो सौ सत्तर रुपये आहरित किए जाने की पुष्टि की। जिसकी वसूली प्रत्येक से समानुपात मे करते हुए ग्राम प्रधान के पति उपेंद्र कुमार वर्मा, उसी ग्राम में तैनात ग्राम रोजगार सेवक के पद पर तत्काल इनका स्थानांतरण किया जाए साथ ही साथ ही पंचायत सचिव व तकनीकी सहायक के विरुद्ध प्रथक से विभागिये कार्यवाही करते हुए उपरोक्त सभी दोषियों के विरुद्ध थाना जरवलरोड मे भ्रष्टाचार समेत अन्य धाराओ मे मुकदमा पंजीकृत करवाने का आदेश लोकपाल मनरेगा उमेश कुमार तिवारी ने दिया है।
लोकपाल ने बताया विकास कार्य में किए गए घोटाले की जानकारी जिलाधिकारी डॉक्टर दिनेश चंद्र और मुख्य विकास अधिकारी कविता मीना व पुलिस एसपी केशव कुमार चौधरी के साथ खंड विकास अधिकारी जरवल व उपायुक्त श्रम एवं रोजगार व सचिव नोडल विभाग उत्तर प्रदेश एवं मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश को लिखित पत्र भेजा है।
मालूम हो कि गांव निवासी शिकायतकर्ता ओमप्रकाश वर्मा आदि ने मनरेगा योजना से कराए गए कार्य में धांधली कर सरकारी धन का दुरूपयोग मनरेगा प्राधिकारो द्वारा किए जाने का आरोप लगाते हुए जांच कर दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही करने का शिकायती पत्र डीएम को दिया था। इस खबर का प्रकाशन अमृत विचार अखबार ने आठ मई के अंक में प्रमुखता से किया था। डीएम ने खबर का संज्ञान लेते हुए टीम गठित कर जांच के निर्देश दिए थे।
गांव में यह मिली अनियमितताएं
मनरेगा लोकपाल ने बताया कि मास्टर रोल के अनुसार कुल मजदूरों की संख्या 37 थी, लेकिन ग्राम पंचायत में कोई भी कार्य करता हुआ नहीं मिला। काशीराम के खेत से हसना लिंक मार्ग तक मिट्टी पटाई का कार्य पहले कराया गया। फिर दोबारा नाम बदलकर उसी कार्य पर करीब एक लाख रुपये निकाल लिया गया।, अबुल्लापुर डामर रोड से करमु लापुर बार्डर तक मिट्टी पटाई का कार्य पूर्व मे कराया जा चुका था।
उसी का नाम बदलकर दोबारा पेमेंट करा लिया। हुकुम के खेत से हसना लिंक मार्ग तक मिट्टी पटाई का कार्य पूर्व मे कराया गया था उसी का नाम बदलकर पेमेंट करा लिया।
मतीन के खेत से मनेहरा बार्डर तक नाला खोदाई का कार्य डिहवा कर्बला से हनीफ के खेत तक नाला सफाई एवं खोदाई का कार्य हनीफ के खेत से मुवीन के खेत तक नाला खुदाई का कार्य फर्जी अभिलेख प्रस्तुत कर धन आहरित कर लिया, डाढे तालाब का खुदाई का कार्य फर्जी दस्तावेज पेश कर धन आहरित कर लिया, इसी तरह से काफी कार्य को फर्जी दिखाकर धन आहरित कर लिया। इन सब मद में घोटाला किया गया है।
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