भाजपा नीत केंद्र सरकार कांग्रेस पार्टी की विचारधारा से डरती है: चिदंबरम
चेन्नई। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने सोमवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र सरकार को उनसे नहीं बल्कि उनकी पार्टी की विचारधारा से डर लगता है। चिदंबरम ने 10 जून को होने वाले राज्यसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के चयन पर अपनी पार्टी के भीतर चल रहे असंतोष पर प्रतिक्रिया …
चेन्नई। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने सोमवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र सरकार को उनसे नहीं बल्कि उनकी पार्टी की विचारधारा से डर लगता है। चिदंबरम ने 10 जून को होने वाले राज्यसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के चयन पर अपनी पार्टी के भीतर चल रहे असंतोष पर प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया। तमिलनाडु से राज्यसभा चुनाव के लिए अपना नामांकन दाखिल करने के बाद चिदंबरम ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए राज्य के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन और वाम दलों सहित द्रविड मुनेत्र कषगम (द्रमुक)-कांग्रेस गठबंधन के अन्य सहयोगियों को धन्यवाद दिया।
चिदंबरम ने कहा कि उन्होंने सभी के समर्थन से नामांकन दाखिल किया है। उनकी उम्मीदवारी को लेकर राज्य इकाई में एकमत होने का संकेत देते हुए चिदंबरम ने कहा कि तमिलनाडु कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के. एस. अलागिरी और कांग्रेस विधायक दल के नेता के. सेल्वापेरुन्थगई सहित तमिलनाडु कांग्रेस के सभी नेताओं की उपस्थिति में अधिकारियों को नामांकन सौंपा गया।
उन्होंने कहा कि जब यह बात पार्टी की शीर्ष नेता सोनिया गांधी को बताई गई तो उन्होंने खुशी जताई और इसकी सराहना की। उनके बेटे और पार्टी सांसद कार्ति चिदंबरम से संबंधित परिसरों में हाल ही में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की तलाशी के बारे में पूछे जाने पर, कांग्रेस नेता ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय सहित केंद्रीय एजेंसियों पर नए विचार व्यक्त करने की कोई आवश्यकता नहीं है। यह पूछे जाने पर कि केंद्र सरकार को उनसे क्यों ‘डरना’ चाहिए, चिदंबरम ने कहा कि उन्हें ऐसा नहीं लगता।
उन्होंने कहा उन्हें मुझसे क्यों डरना चाहिए? क्या मैं शेर या बाघ हूं? मैं एक इंसान हूं, लेकिन एक आदमी जो कांग्रेस पार्टी को दर्शाता है।” चिदंबरम ने कहा कि उन्होंने अपने लेखन और भाषणों में पार्टी की विचारधारा को रेखांकित किया है। उन्होंने कहा “मुझे नहीं लगता कि वे मुझसे डरते हैं वे कांग्रेस पार्टी की विचारधारा से डरते हैं। द्रमुक द्वारा केंद्र के बजाय ‘संघ’ शब्द के इस्तेमाल के सवाल पर उन्होंने कहा कि संविधान ‘संघ’ शब्द का इस्तेमाल करता है न कि केंद्र सरकार का।
राज्यसभा के चुनाव के लिए 10 उम्मीदवारों के चयन को लेकर पार्टी के भीतर उभरे असंतोष के सवाल पर, चिदंबरम ने कहा, केवल 10 सीटें हैं जो हम जीत सकते हैं। वे इसे केवल 10 उम्मीदवारों को ही दे सकते हैं, आप क्या करेंगे?” अन्य राज्यों में ‘अधिक योग्य उम्मीदवारों’ को अवसर नहीं दिए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा मैं इस पर कैसे टिप्पणी कर सकता हूं? मैं उम्मीदवारों का चयन नहीं कर रहा हूं। कांग्रेस पार्टी उम्मीदवारों का चयन करती है।
उदाहरण के लिए, कई योग्य उम्मीदवार हैं। यह कहने वाला मैं पहला व्यक्ति हूं कि भारत में कांग्रेस पार्टी में मुझसे अधिक योग्य उम्मीदवार हैं। जबरन धर्मांतरण (कुछ ईसाई समूहों द्वारा) के प्रयास संबंधी भाजपा के आरोपों पर चिदंबरम ने कहा कि उन्होंने कई अन्य लोगों की तरह ईसाई संस्थानों में अध्ययन किया। उन्होंने इसे बेतुका व झूठा आरोप करार दिया।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा ऐसे सैकड़ों और हजारों बच्चे हैं जो ईसाई स्कूलों में पढ़ रहे हैं। कई पीढ़ियां हैं जो ईसाई स्कूलों और कॉलेजों से लाभान्वित हुई हैं। किसी ने भी किसी को धर्मांतरित करने का प्रयास नहीं किया है। यह एक झूठा आरोप है। इसे शुरुआत में ही खत्म किया जाना चाहिए और मैं मुझे यकीन है कि तमिलनाडु के लोग इसे जड़ से खत्म कर देंगे। यह पूछे जाने पर कि भाजपा इस तरह के आरोप क्यों लगा रही है, उन्होंने कहा आप प्रधानमंत्री से पूछ सकते थे, जब वह यहां थे।
ये भी पढ़ें- मान सरकार को बर्खास्त किया जाए: अश्वनी शर्मा