बरेली: सांस रोगियों की खास निगरानी, संक्रमितों की होगी जीनोम सिक्वेसिंग

बरेली, अमृत विचार। कोरोना का संकट अभी टला नहीं है। लगातार इससे बचाव के लिए शासन की ओर से नई गाइडलाइन जारी की जा रही हैं। वहीं अब आशंकित चौथी लहर को लेकर भी शासन ने अलर्ट जारी कर दिया है। इसके अनुसार ऐसे मरीज जो कि किसी अन्य गंभीर बीमारी से पूर्व से ही …
बरेली, अमृत विचार। कोरोना का संकट अभी टला नहीं है। लगातार इससे बचाव के लिए शासन की ओर से नई गाइडलाइन जारी की जा रही हैं। वहीं अब आशंकित चौथी लहर को लेकर भी शासन ने अलर्ट जारी कर दिया है। इसके अनुसार ऐसे मरीज जो कि किसी अन्य गंभीर बीमारी से पूर्व से ही ग्रसित हैं और वह कोरोना संक्रमित पाए जाते हैं तो उनकी गहनता से आइसोलेशन के दौरान निगरानी की जाएगी।
वहीं कोरोना की दूसरी लहर में जिस प्रकार मरीजों ने ऑक्सीजन के अभाव में दम तोड़ा था। भविष्य में ऐसा न हो, इसके लिए जिले में पांच ऑक्सीजन प्लांट का निर्माण भी करा दिया गया है। इसके बाद भी अगर कोई सांस रोगी में संक्रमण की पुष्टि होती है तो सर्विलांस टीम इसकी निगरानी कर रिपोर्ट विभाग को भेजेगी।
लक्षण वाले संक्रमितों की होगी जीनोम सिक्वेसिंग
आईडीएसपी प्रभारी डॉ. अनुराग गौतम के अनुसार ऐसे मरीज जिनमें कोरोना के लक्षण पाए जाते हैं, उन मरीजों का सैंपल जीनोम सिक्वेसिंग के लिए भेजा जाएगा। हालांकि, लक्षण विहिन रोगियों की जीनोम सिक्वेसिंग संबंधी कोई दिशा-निर्देश नहीं मिले हैं।
क्या होता है जीनोम सिक्वेसिंग
डॉ. अनुराग गौतम के अनुसार जीनोम सिक्वेसिंग के तहत यह पता लगाया जाता है कि संक्रमित मरीज में वायरस का कौन सा वेरिएंट है। इसकी जांच हायर सेंटर में भी की जाती है। वहीं, रिपोर्ट आने में करीब सात से दस दिन का समय लगता है।
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