हल्द्वानी: 5.34 करोड़ से होगा लोहरिया साल की नहर का पुनर्निर्माण

हल्द्वानी: 5.34 करोड़ से होगा लोहरिया साल की नहर का पुनर्निर्माण

हल्द्वानी, अमृत विचार। बहुप्रतिक्षित लोहरिया साल नहर कवरिंग का कार्य सोमवार से शुरू हो गया। पिछले काफी समय से लोहरिया साल नहर के पुनर्निर्माण एवं कवरिंग की मांग क्षेत्रीय लोगों द्वारा की जा रही थी। सिंचाई विभाग ने नहर की कवरिंग एवं पुनर्निर्माण के लिए पांच करोड़ 34 लाख रुपये का बजट बनाकर भी शासन को …

हल्द्वानी, अमृत विचार। बहुप्रतिक्षित लोहरिया साल नहर कवरिंग का कार्य सोमवार से शुरू हो गया। पिछले काफी समय से लोहरिया साल नहर के पुनर्निर्माण एवं कवरिंग की मांग क्षेत्रीय लोगों द्वारा की जा रही थी।

सिंचाई विभाग ने नहर की कवरिंग एवं पुनर्निर्माण के लिए पांच करोड़ 34 लाख रुपये का बजट बनाकर भी शासन को भेजा था लेकिन बीच में विधानसभा चुनाव के कारण लगी आचार संहिता के चलते बजट नहीं मिल पाया। आचार संहिता हटते ही सिंचाई विभाग सक्रिय हुआ और उसने पुन: बजट के लिए प्रयास तेज कर दिए।

अब सिंचाई विभाग को बजट जारी हो गया है। सोमवार को अधिशासी अभियंता किशन सिंह बिष्ट ने चौपला चौराहे के पास पूजन के बाद नारियल फोड़कर नहर के पुनर्निर्माण का कार्य शुरू कराया। अधिशासी अभियंता ने बताया कि पहले चरण में 2.130 किमी की नहर की कवरिंग एवं पुनर्निर्माण का कार्य होगा। उन्होंने बताया कि कुल 4500 मीटर नहर की कवरिंग एवं पुनर्निर्माण का कार्य होना है।

आरसीसी से कवर होगी नहर
लोहरिया साल नहर भी अन्य नहरों की तरह आरसीसी से कवर की जाएगी ताकि इसके पास से गुजरने वाले रोड की चौड़ाई बढ़ सके। नहर कवरिंग के बाद यहां जल संस्थान, विद्युत विभाग, लोनिवि तथा बीएसएनल के कर्मचारी अपना-अपना कार्य करेंगे।

नहर की चौड़ाई से नहीं की जायेगी छेड़छाड़
नहर की चौड़ाई एवं गहराई से विभाग के लोग छेड़छाड़ नहीं करेंगे। नहर की चौड़ाई वर्तमान में सवा तीन फीट है जो कि आगे भी ऐसी ही रहेगी। सिंचाई विभाग के अधिकारियों का कहना है कि नहर की दोनों ओर की दीवार को तोड़कर पुन: बनाया जाएगा। इसकी गहराई से कोई छेड़छाड़ नहीं की जाएगी क्योंकि ऐसा किया तो नहर के बहाव पर असर पड़ेगा।

अतिक्रमण हटाने को चलेगी अभियान
ऊंचापुल, चौपला चौराहा समेत अन्य स्थानों पर नहर पर कब्जा हो रहा है। इसे हटाने के लिए विभाग ने करीब छह माह पहले ही नोटिस जारी कर दिए हैं। अधिशासी अभियंता ने बताया कि लोग अपना अतिक्रमण हटाने को तैयार हैं। यदि कोई अतिक्रमण हटाने को तैयार नहीं होगा तो ऐसे अतिक्रमणकारियों के खिलाफ अभियान चलाकर अतिक्रमण ध्वस्त किया जाएगा। साथ ही कानूनी कार्रवाई भी अमल में लाई जाएगी।