लखनऊ: नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी के दो आरोपित गिरफ्तार, कई जिलों में मुकदमे दर्ज
लखनऊ। राजधानी में नौकरी दिलाने के नाम पर करोड़ों की ठगी का मामला सामने आया है। एसटीएफ ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ने सैकड़ों लोगों से ठगी की। आरोपित भारतीय खाद्य निगम, रेलवे व स्वास्थ्य समेत सरकारी विभागों मे फर्जी भर्ती करवाता था। आरोपित के खिलाफ कई जिलों में मुकदमे दर्ज हैं। …
लखनऊ। राजधानी में नौकरी दिलाने के नाम पर करोड़ों की ठगी का मामला सामने आया है। एसटीएफ ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ने सैकड़ों लोगों से ठगी की। आरोपित भारतीय खाद्य निगम, रेलवे व स्वास्थ्य समेत सरकारी विभागों मे फर्जी भर्ती करवाता था। आरोपित के खिलाफ कई जिलों में मुकदमे दर्ज हैं। लखनऊ के एक मुकदमे में आरोपित को सजा भी हो चुकी है। चार साल तक वह जेल में भी था।
पूछताछ में आरोपित दुर्गा शरण ने बताया कि वह अंबेडकरनगर का मूल निवासी है। आरोपी नौकरी के लिए अलग अलग स्थानों पर अभ्यर्थियों की फर्जी ट्रेनिंग कराकर उन्हें कूटरचित ज्वाइनिंग लेटर भी सौंप देता था।
अपर पुलिस अधीक्षक एसटीएफ अमित कुमार नागर के मुताबिक, सीतापुर के बेलझरिया बिसुआ निवासी दुर्गा शरण मिश्रा और उसके साथी सरस्वतीपुरम, जानकीपुरम निवासी राजेश राम को लखनऊ में भैंसा कुंड के पास से पकड़ा गया है।
आरोपितों के पास से भारतीय खाद्य निगम 2020 का कूटरचित रिजल्ट, जाली आफर लेटर व मेट्रो रेल कारपोरेशन का फर्जी नियुक्ति पत्र समेत अन्य दस्तावेज बरामद किए गए हैं। 2007 से डा. राजेश राम के साथ मिलकर वह कई विभागों में नौकरी दिलाने के नाम पर लोगों से ठगी करता था।
आरोपित ने बताया कि अब तक उसने करीब 500 अभ्यर्थियों से ठगी की है। प्रत्येक अभ्यर्थी से वह तीन से पांच लाख रुपये वसूलता था। ठगी की रकम से उसने जागृति फिल्म प्रोडक्शन का काम शुरू कर सात फिल्में एवं कई एल्बमों को प्रोड्यूस किया। आरोपित खुद को खाद्य निगम का अधिकारी बताकर लोगों को झांसे में लेता था। वहीं, डा. राजेश राम ने बताया कि वह राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय मेजरगंज, रायबरेली में तैनात है।
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