बहराइच: हाथों में मेहंदी रचाकर महिलाओं ने जल संरक्षण के लिए की नई पहल

बहराइच: हाथों में मेहंदी रचाकर महिलाओं ने जल संरक्षण के लिए की नई पहल

बहराइच। जिले में विश्व जल दिवस के सप्ताह की शुरुआत मंगलवार से शुरू हो गई। जल संरक्षण के लिए खूबसूरत तसवीरें नई पहल के साथ आती दिख रही है। हुजूरपुर विकास खंड के ग्राम एलिहा में पिरामल फाउंडेशन की एडीसी वाटर फ़ेलो कृति की ओर से जल सप्ताह की शुरुआत की गई। जल सप्ताह के …

बहराइच। जिले में विश्व जल दिवस के सप्ताह की शुरुआत मंगलवार से शुरू हो गई। जल संरक्षण के लिए खूबसूरत तसवीरें नई पहल के साथ आती दिख रही है।

हुजूरपुर विकास खंड के ग्राम एलिहा में पिरामल फाउंडेशन की एडीसी वाटर फ़ेलो कृति की ओर से जल सप्ताह की शुरुआत की गई। जल सप्ताह के शुरुआत मेहंदी के खुशबू से भरे खूबसूरत तस्वीरों से होती दिखी। इसमें प्रक्रिया अनुसार पहले ग्रामीणों से विशेष कर महिलाओं से बैठक कर जल संरक्षण विषय पर चर्चा की गई।

महिलाओं ने बैठक में जल से जुड़े विषय पर अपने निजी विचार भी रखें। साथ महिलाओं ने अपनी दैनिक दिनचर्या के दौरान जल की बर्बादी किन किन रूपों में होती है इसकी भी व्यख्या की। इसके बाद ग्रामीण महिलाओं ने ही आपसी चर्चा के माध्यम से जल के पुनःउपयोग के तौर-तरीके भी निकालें। जिसमें कई ऐसी छोटी-छोटी व्यवहारिक चीजें भी शामिल रही, जिसपर अमूमन सामान्य जन का ध्यान नहीं जाता है। आपसी चर्चा के बाद महिलाओं एवं ग्रामीणों ने एक साथ जल शपथ भी लिया। जिसमें जल संरक्षण से लेकर शुद्ध पेय जल के उचित इस्तेमाल की भी बात कही गयी। ग्रामीणों ने यह संकल्प भी लिया कि वे पेयजल स्रोत के समीप शौचालय आदि का निर्माण भी नहीं करायेंगे औऱ आवश्यकतानुसार जल का ही उपयोग करेंगे।

इन संकल्पों को आत्मसाथ करते हुए महिलाओं विश्व जल सप्ताह को एक त्यौहार के रूप में मनाने हेतु आगे आयी। महिलाओं ने इस दौरान अपने हाथों को मेंहदी से सजाया। उनके मेंहदी लगी खूबसूरत हाथों में जल संरक्षण से जुड़े कई छोटे स्लोगन भी देखने को मिले। अपनी मेंहदी के माध्यम से भी महिलाओं ने जल संरक्षण का संदेश दिया। इस दौरान महिलाओं में काफी उत्साह एवं चेहरे पर खुशी की चमक भी देखने को मिली।

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